उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ और सनातन धर्म की महत्ता पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की परंपराएं आकाश से भी ऊंची हैं और महाकुम्भ भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है। उन्होंने माफियाओं के खिलाफ भी सख्त रुख अपनाया और वक्फ बोर्ड के नाम पर कब्जाई गई जमीन को वापस लेने की घोषणा की।
लखनऊ, 8 जनवरी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक निजी समाचार चैनल द्वारा आयोजित महाकुम्भ महासम्मलेन कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत की सनातन धर्म की परंपरा दुनिया की सबसे प्राचीन संस्कृति है, जिसकी तुलना किसी अन्य धर्म या संप्रदाय से नहीं की जा सकती। योगी ने महाकुम्भ के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की 10 वर्षों की विकास यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि महाकुम्भ 2025 का आयोजन भारत की सांस्कृतिक समृद्धि और आधुनिक विकास का अद्भुत संगम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में माफियाओं का पलायन हो रहा है, न कि आम नागरिकों का, और सरकार माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीन कब्जाने वालों से सख्ती से निपटने की बात भी की और कहा कि वक्फ अधिनियम में संशोधन कर जमीन को गरीबों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ लोग समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब जनता जागरूक हो चुकी है।
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