गौरीगंज। किसान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में किसानों ने बिजली और नहर विभाग से जुड़ी समस्याओं को लेकर अपनी शिकायतें दर्ज कराईं। इस अवसर पर धान क्रय केंद्रों की स्थिति, नहरों की सिल्ट सफाई और गेहूं की उन्नत प्रजातियों की खेती पर भी लंबी चर्चा हुई।
किसानों की शिकायतें
किसान राम चन्द्र ने नहर विभाग की ओर से सिल्ट सफाई ठीक से न कराने और सिल्ट को नहरों की पटरियों पर रखने की शिकायत की। अधिशासी अभियंता ने बताया कि सिल्ट सफाई का काम अभी शुरू हुआ है, और 12 किलोमीटर तक सफाई हो चुकी है, 10 दिसंबर तक सभी नहरों की सफाई पूरी कर ली जाएगी।
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किसान दुर्गा शंकर मिश्र ने कम्बाइन मशीन के संचालकों द्वारा ठीक से कटाई न करने और एमएमएस का प्रयोग न करने की शिकायत की। कई किसानों ने बिजली विभाग के संविदा कर्मियों पर बिलिंग और मीटर रीडिंग में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।
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किसान अजय सिंह ने मीटर रीडिंग में गड़बड़ी की और अंसार अहमद ने फसल बीमा योजना का लाभ न मिलने की शिकायत की। रीता सिंह ने भी बिजली विभाग के कर्मचारियों की शिकायत की और कहा कि अधिकारी सीयूजी नंबर पर फोन रिसीव नहीं करते।
डीएम का निर्देश
डीएम निशा अनंत ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की शिकायतों का समुचित निस्तारण किया जाए और कृषि विभाग की सभी योजनाओं का लाभ केवल पात्र किसानों को ही दिलाया जाए।
कृषि पर चर्चा
किसान दिवस में कृषि वैज्ञानिक डॉ. ओपी सिंह ने किसानों को कम अवधि वाली दलहन और तिलहन प्रजातियों की खेती करने की सलाह दी और बताया कि एचडी-2967 गेहूं की विलंब से बोली जाने वाली प्रजाति है, जिसे पिछड़े किसान अपनी खेती में अपना सकते हैं।
बैठक में यह भी चेतावनी दी गई कि रासायनिक उर्वरकों और रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग से मृदा की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। किसानों को प्राकृतिक और जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया।
उपस्थित अधिकारी
किसान दिवस में सीडीओ सूरज पटेल, जिला कृषि अधिकारी राजेश यादव, सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह, उप कृषि निदेशक सत्येन्द्र कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई, विद्युत और तकनीकी सहायक फूल चंद समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
किसान दिवस पर किसानों ने विभागीय अधिकारियों से अपनी समस्याओं का समाधान मांगा, वहीं अधिकारियों ने किसानों को कृषि योजनाओं का लाभ लेने और प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी।