“अलीगढ़ की जामा मस्जिद पर विवाद गहरा गया है। RTI एक्टिविस्ट केशवदेव गौतम ने अदालत में याचिका दायर की, जिसमें मस्जिद को हिंदू किला बताते हुए उसके स्तंभ पर ओम के निशान और आसपास के अवशेषों को बौद्ध स्तूप या मंदिर से जोड़ने का दावा किया गया है।”
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में स्थित जामा मस्जिद एक बार फिर विवादों के केंद्र में है। RTI एक्टिविस्ट केशवदेव गौतम ने हाल ही में अलीगढ़ की जिला अदालत में एक याचिका दायर की, जिसमें उन्होंने मस्जिद को हिंदू किला बताते हुए इसके स्तंभ पर ओम के निशान पाए जाने का दावा किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मस्जिद के पास स्थित टीले के अवशेष बौद्ध स्तूप या मंदिर से मेल खाते हैं।
क्या है याचिका का मंतव्य?
गौतम ने अपनी याचिका में यह कहा है कि जामा मस्जिद की संरचना और उसके आसपास के अवशेष हिंदू और बौद्ध धर्म से जुड़े हो सकते हैं। उनका मानना है कि यह स्थल पहले एक हिंदू किला था, जिसे बाद में मस्जिद में तब्दील कर दिया गया। याचिका में यह भी दावा किया गया है कि यह किला ASI के रिकॉर्ड में हिंदू किले के रूप में दर्ज है।
किला और स्तंभ पर ओम निशान:
गौतम ने यह भी कहा कि मस्जिद के पास के स्तंभ पर ओम के निशान देखे गए हैं, जो हिंदू धर्म का प्रतीक हैं। यह निशान यह संकेत देते हैं कि यह स्थान पहले हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ था। इस याचिका के बाद अलीगढ़ की जिला अदालत में मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है।
सुरक्षात्मक कदम और आगामी सुनवाई:
इस मामले को लेकर दोनों पक्षों की ओर से बहस जारी है। कोर्ट में इस याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई होगी। इस विवाद ने अलीगढ़ और आसपास के इलाकों में धार्मिक और ऐतिहासिक सवालों को फिर से उभार दिया है।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल