हैदराबाद। नोटबंदी की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अहम स्कीम माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट ऐंड रिफाइनैंस एजेंसी (मुद्रा) भी प्रभावित हुई है। जारी इस फैसले के बाद मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इस स्कीम के तहत कर्ज वितरण पर असर पड़ा है।
मुद्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिजी मम्मेन ने कहा, ‘एक अप्रैल से 31 दिसंबर 2016 के बीच हमने 80,000 करोड़ रुपये का कर्ज वितरित किया है। हालांकि, पिछले दो महीनों में नोटबंदी के चलते कर्ज वितरण प्रभावित हुआ है। अगर यह (नोटबंदी) नहीं हुआ होता तो हम इससे कहीं अधिक कर्ज का वितरण कर पाते।’ उद्योग संगठन एसोचैम के ऑनलाइन पोर्टल माईलोनएसोचैम डॉट कॉम के उद्घाटन के मौके पर मम्मेन ने ये बातें कहीं।
इस ऑनलाइन पोर्टल से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योगों को कर्ज प्राप्त करने की ऑनलाइन सुविधा मिलेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह चालू वित्त वर्ष के दौरान 1.8 लाख करोड़ रुपये के वितरण लक्ष्य को हासिल कर लेंगे तो उन्होंने इसका सकारात्मक जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है। हम देखेंगे कि चीजें किस कदर होतीं हैं।’ उन्होंने कहा कि पिछली तिमाही में ऋण मंजूरी सामान्य तौर पर अच्छी रही है।
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