“लखनऊ के हजरतगंज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि शाह का बयान दलित विरोधी है और उनसे माफी की मांग की।”
लखनऊ। गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान के विरोध में लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। हजरतगंज स्थित अटल चौक पर कार्यकर्ताओं ने शाह का पोस्टर फाड़कर आक्रोश व्यक्त किया और नारेबाजी की।
क्या है मामला?
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहब को लेकर एक टिप्पणी की थी, जिसे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दलित विरोधी करार दिया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा, “बाबा साहब ने संविधान के माध्यम से दलितों, वंचितों, और शोषितों को जो सम्मान दिया है, उसका अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा।”
प्रदर्शन का विवरण
गुरुवार को अचानक सपा कार्यकर्ता हाथों में अमित शाह के पोस्टर लेकर हजरतगंज चौराहे पर पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और उन्हें दलित विरोधी करार दिया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने अमित शाह के पोस्टर फाड़ दिए।
पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया।
सपा कार्यकर्ताओं का बयान
प्रदर्शनकारियों ने कहा, “जब तक अमित शाह माफी नहीं मांगते, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उनका बयान संविधान और दलितों का अपमान है।”
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल