“अमेठी के बतिया गांव में बकाया वसूली अभियान के दौरान तहसीलदार और प्रशासनिक कर्मचारियों ने एक बकायेदार और उसके बुजुर्ग पिता को बेरहमी से पीटा। मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, प्रशासन ने इसे झूठा बताया है, लेकिन पीड़ित परिवार ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है।”
अमेठी। जिले के बतिया गांव में एक विवादास्पद घटना सामने आई है, जहां तहसीलदार तिलोई, अभिषेक कुमार यादव, अपने मातहत कर्मियों और हमराहियों के साथ बकाया वसूली के लिए पहुंचे थे। वसूली के दौरान बकायेदार रिजवान अहमद और प्रशासन के बीच तकरार हो गई, जिसके बाद तहसीलदार के हमराहियों ने बकायेदार को पीटना शुरू कर दिया। विरोध जताने पर बकायेदार के बुजुर्ग पिता पर भी डंडे बरसाए गए।
इस घटना में तहसील प्रशासन ने बकायेदार रिजवान अहमद को जबरिया वाहन में बैठाकर तहसील पहुंचाया और हवालात में बंद कर दिया। बाद में बकाया जमा करने की शर्त पर उसे रिहा किया गया। यह पूरी घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। तहसीलदार अभिषेक यादव ने इस मामले में सफाई दी है और कहा कि वसूली के दौरान बकायेदार और उनके परिवार ने कर्मचारियों से बदसलूकी की थी, जिसके कारण हाथापाई हुई।
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पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी और केवल उत्पीड़न किया। बकाया राशि के संबंध में सेल टैक्स में मामला चल रहा है, और परिवार अब कोई व्यापार नहीं कर रहा है।
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