लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने सभी खाली पदों को भरने की प्रभावी कार्यवाही करने, अमृत सरोवरों के देखरेख व सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने, और विकास कार्यों को धरातल पर स्पष्ट रूप से देखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सभी खाली पदों को भरने की कार्यवाही शीघ्र की जाए। खण्ड विकास अधिकारियों की पदोन्नति के लिए डीपीसी की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। ग्राम चौपालों को और प्रभावी बनाने के लिए ठोस रणनीति बनायी जाए। पीएमजीएसवाई की सभी सड़कों का निर्माण एफडीआर तकनीक पर किया जाए। 25 सितंबर से 2 अक्टूबर तक गांवों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। ग्राम्य विकास विभाग के बजट का समय से सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए। समूहों के उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराने और सर्टिफिकेशन का प्रयास किया जाए। विभाग के निर्धारित बिन्दुओं पर रिपोर्ट समय से अपडेट की जाए।\
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उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि मनरेगा के भुगतान समय पर किए जाएं और श्रमिकों को उनके हक का लाभ दिलाने की प्रक्रिया तेज की जाए। ग्राम विकास संस्थानों में प्रशिक्षण की व्यवस्था और आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास विभाग सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखने के लिए नियमित निरीक्षण किए जाएं और प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।