लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि पूर्वांचल अलग राज्य बनाने की आवश्यकता है तथा इसके सम्पूर्ण व समग्र विकास के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देने की जरुरत पड़ेगी तभी यहां के लोग खुश व खुशहाल हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल क्षेत्र के विकास का मामला है तो इस बारे में कोरे आश्वासनों व हवाई बातों से काम चलने वाला नहीं है बल्कि इसके लिए ठोस जमीनी व बुनियादी काम करके दिखाने होंगे।
मायावती ने यह भी कहा कि पूर्वांचल की भाषा में एक दो शब्द बोलने से ही पूर्वांचल के लोग प्रभावित होने वाले नहीं है बल्कि इन लोगों को केन्द्र सरकार से अपने क्षेत्र विकास चाहिए।
ये बाते रविवार को यहां जारी एक बयान में मायावती ने कही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा वादे तो किए गए किन्तु ढाई वर्षो में उसे पूरा करने का कार्य नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि किसानों को खाद, फसल बीमा व गन्ना किसानों के बकाए के बारे में जो आज जो बातें कही गयी हैं वे सभी खेाखली व हवाई बातें ही हैं। केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर मायावती ने कहा कि देश में आर्थिक इमरजेंसी और भारत बन्द की स्थिति है।
उन्होंने कहा किनोटबंदी के मामले पर मोदी अपनी पीठ भले ही थपथपाते रहें,जो उनकी गरीब व जनविरोधी मानसिकता का द्योतक है। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियों के 28 नवम्बर को भारत बन्द का आहवान मात्र सांकेतिक महत्व का व देश की 90 प्रतिशत जनता की पीड़ा को अपनी पीड़ा समझकर केन्द्र सरकार के फैसले का विरोध करना है।
कुशीनगर की रैली में प्रधानमंत्री के गौतमवुद़्ध व सन्त कबीर का नाम लिए जाने पर मायावती ने कहा कि इनके नाम लेने से नहीं बल्कि इन संतों के बताए मार्गों पर चलने से जनता की भलाई हो सकेगी।
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