रायबरेली में जीआईसी ग्राउंड में दोपहर 12:30 बजे को आपातकालीन स्थिति मॉक ड्रिल का सफल आयोजन हुआ। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह के निर्देशन में नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित राजकीय इंटर कॉलेज परिसर में यह अभ्यास किया गया। इस दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने आपात स्थिति से निपटने की अपनी रणनीतियों और कौशल का प्रदर्शन किया।

इस मॉक ड्रिल में पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और नागरिक सुरक्षा बल के जवानों ने हिस्सा लिया। आपातकालीन परिस्थिति का एक काल्पनिक परिदृश्य तैयार किया गया, जिसके अंतर्गत एक विस्फोट और घायलों की स्थिति को दिखाया गया। जवानों ने तत्परता से पहुंचकर मोर्चा संभाला, फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया और स्वास्थ्य कर्मियों ने घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल भिजवाया।

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ड्रिल के माध्यम से सुरक्षा एजेंसियों ने यह सिद्ध किया कि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम हैं। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कहा, “ऐसे अभ्यास प्रशासन और आम जनता, दोनों की जागरूकता और सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत आवश्यक हैं।” पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने सुरक्षा बलों के समन्वय और कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि यह मॉक ड्रिल एक बड़ी आपदा की स्थिति में मार्गदर्शक सिद्ध हो सकती है।
आपातकालीन स्थिति मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना और वास्तविक समय में उनकी प्रतिक्रिया की जांच करना था। यह अभ्यास न केवल एक प्रशासनिक आवश्यकता है, बल्कि इससे आम नागरिकों को भी संकट के समय सतर्क और सजग रहने का संदेश दिया गया।
स्थानीय लोगों ने इस अभ्यास को उत्सुकता से देखा और प्रशासन की तत्परता की सराहना की। ऐसे मॉक ड्रिल न सिर्फ तैयारी का हिस्सा हैं, बल्कि जनता में भरोसा कायम करने का सशक्त माध्यम भी हैं।