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जन सूरज के प्रमुख प्रशांत किशोर

BPSC छात्रों की समस्याओं पर सरकार तैयार, प्रशांत किशोर बोले- अन्याय हुआ तो हम साथ खड़े होंगे

पटना, बिहार: Bihar Public Service Commission (BPSC) के अभ्यर्थियों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के बीच जन सूरज के प्रमुख प्रशांत किशोर ने उनके समर्थन में बड़ा बयान दिया है। प्रशांत किशोर ने सरकार से छात्रों की समस्याओं का समाधान करने की अपील करते हुए यह स्पष्ट किया कि वह छात्रों के साथ खड़े हैं और जरूरत पड़ी तो उनकी लड़ाई को आगे ले जाएंगे।

प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। छात्रों की पांच सदस्यीय समिति को मुख्य सचिव के साथ चर्चा करने का आश्वासन दिया गया है। बैठक के दौरान उनकी समस्याओं और मांगों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

प्रशांत किशोर ने छात्रों से संयम बनाए रखने और कानून के दायरे में अपनी मांगों को रखने की अपील की। उन्होंने कहा,
“मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि फिलहाल ऐसा कुछ भी न करें जो कानून सम्मत न हो। अगर मुख्य सचिव से बातचीत के बाद भी उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता, तो कल सुबह हम सभी मिलकर अगले कदम पर विचार करेंगे।”

प्रशांत किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि सरकार का फैसला छात्रों के हित में नहीं हुआ और उनके साथ कोई अन्याय हुआ, तो वह पूरी ताकत के साथ छात्रों के समर्थन में खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ छात्रों की नहीं बल्कि उन सभी की है जो न्याय और पारदर्शिता की उम्मीद रखते हैं।

BPSC के अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया है। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:

  1. परीक्षा परिणामों में पारदर्शिता।
  2. आयोग द्वारा समय पर परीक्षाओं का आयोजन।
  3. परीक्षा पैटर्न और प्रक्रिया में सुधार।
  4. नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की देरी को समाप्त करना।

अधिकारियों की ओर से आश्वासन दिया गया है कि छात्रों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों की मांगों को सुनने और उनका समाधान करने के लिए वह प्रतिबद्ध है।

छात्र और उनके प्रतिनिधि अब मुख्य सचिव से होने वाली बैठक की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह बैठक सरकार और छात्रों के बीच संवाद का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होगी। बैठक के नतीजों पर ही यह निर्भर करेगा कि अभ्यर्थियों का प्रदर्शन समाप्त होगा या इसका दायरा बढ़ेगा।

प्रशांत किशोर ने छात्रों के समर्थन में खुलकर बयान देकर उनकी समस्याओं को राजनीतिक मंच पर मजबूती से उठाया है। इससे न केवल छात्रों में बल्कि आम जनता में भी उनकी लोकप्रियता बढ़ी है।

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