“योगी सरकार ने प्रदेश के 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को कायाकल्प अवार्ड दिलाने के लिए 24 से 29 दिसंबर तक एक्सटर्नल एसेसमेंट कराने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया में तीन एसेसर नियुक्त किए गए हैं, और इसका उद्देश्य स्वास्थ्य इकाइयों की गुणवत्ता को सुधारना है।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को कायाकल्प अवार्ड दिलाने के लिए एक बड़ी पहल शुरू की गई है। इसके तहत मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने 24 से 29 दिसंबर के बीच इन स्वास्थ्य इकाइयों का एक्सटर्नल एसेसमेंट कराने के निर्देश दिए हैं।
इस एसेसमेंट का मुख्य उद्देश्य सीएचसी की कार्यप्रणाली को सुधारना और उन्हें उच्च गुणवत्ता के मापदंडों के अनुसार प्रमाणित करना है। एसेसमेंट के लिए हर सीएचसी के लिए तीन-तीन एसेसर नियुक्त किए गए हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों में जैसे कानपुर, जौनपुर, बरेली, सिद्धार्थनगर, लखनऊ, वाराणसी और आगरा में सीएचसी का निरीक्षण किया जाएगा। इस प्रक्रिया में स्वास्थ्य इकाइयों की साफ-सफाई, अपशिष्ट प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, और चिकित्सा सुविधाओं को परखा जाएगा।
कायाकल्प अवार्ड को प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों को इन मानकों पर खरा उतरना होगा:
- बेहतर चिकित्सा सुविधाएं।
- स्वास्थ्य केंद्र में सफाई और स्वच्छता।
- अपशिष्ट प्रबंधन और संक्रमण नियंत्रण की प्रक्रिया बेहतर होना।
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सीएम योगी के नेतृत्व में यह प्रयास प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने और अधिक कुशल बनाने के लिए किया जा रहा है, जिससे राज्य के नागरिकों को उच्चतम गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें।
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