महुआ । महुआ की मंगुराही पंचायत में गुरुवार को एक युवक की प्रेम प्रसंग में हत्या का मामला सामने आया। आक्रोशित लोगों ने प्रेमिका के घर पर हमला कर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।
उसे बचाने के क्रम में एएसपी व एक महिला एसआई घायल हो गईं। आक्रोशित लोगों ने पुलिस वाहन के शीशे तोड़ डाले। एएसपी ने किसी तरह लड़की को भीड़ की गिरफ्त से बचाया।
मृतक 21 वर्षीय वीरचन्द्र ठाकुर भागवतपुर तरौरा गांव का रहने वाला और रामरतन ठाकुर का पुत्र था। आरोप है कि बगल के ही शर्मा गांव के चंवर में प्रेमिका के परिवार वालों ने तड़पा-तड़पाकर उसकी हत्या कर दी।
बताया जाता है कि वीरचन्द्र को प्रेमिका ने मोबाइल से फोन कर पिछले रविवार को अपने घर बुलाया था। उसके बाद से वीरचन्द्र गायब था और उसके घर वाले खोज बीन कर रहे थे।
वीरचन्द्र गायब होने के चौथे दिन बगल के ही गांव शर्मा में मृत पाया गया। गांव के लोग जब खेत में सिंचाई करने और शौच के लिए गए तो युवक का शव देख दंग रह गए।
सूचना आग की तरह फैली और देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ हो गई। हंगामा खड़ा हो गया और सूचना पुलिस को दी गई। इसी बीच लोगों की भीड़ प्रेमिका के घर पर चढ़कर उसे गिरफ्त में ले लिया।
मौके पर पहुंचे एएसपी अनंत कुमार राय और एसआई ज्योति कुमारी ने उसे भीड़ से निकाल कर पुलिस गाड़ी में बैठाकर निकलना चाहा तो लोग उनपर टूट पड़े। इसमें एएसपी को चोटें आईं और ज्योति कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गई।
आक्रोशित लोगों ने पुलिस गाड़ी में भी तोड-फोड़ कर दी। लड़की को महुआ से दूर रखा गया है। पुलिस ने प्रेमिका के पिता मो. मुमताज को भी खदेड़कर पकड़ लिया।
महुआ में दो समुदायों के बीच स्थिति बिगड़ते देख डीएम रचना पाटिल और एसपी राकेश कुमार भी तत्परता दिखाते हुए पहुंच गए। डीएम के पहुंचने के समय ही प्रेमिका के घर में आक्रोशित लोगों ने आग लगा दी और जमकर तोड़फोड़ की। डीएम व एसपी आग लगे घर के पास पहुंचे और दमकल को सूचना देकर बुलवाया। हालांकि आग पर लोगों द्वारा काबू पा लिया गया था।
आक्रोशित लोग शव को उठने नहीं दे रहे थे। जवानों ने शव को खटिया पर रखकर गाड़ी की ओर ले जाने लगे। इसी बीच लोगों की भीड़ पीछे से पथराव कर रहे थे। सैप के जवानों ने तत्परता दिखाते हुए शव को दमकल गाड़ी में रखा और निकल भागने की कोशिश की।