ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने भारत में पहली हेली एंबुलेंस सेवा “संजीवनी” का उद्घाटन करने जा रहा है। इस सेवा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जिससे उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। लगभग चार साल के इंतजार के बाद, अब देश के नागरिकों को इस अत्याधुनिक सेवा का लाभ मिलने वाला है।
एयर एंबुलेंस सेवा के लाभ
हेली एंबुलेंस सेवा का उद्देश्य गंभीर चिकित्सा स्थितियों में त्वरित सहायता प्रदान करना है। दुर्घटनाओं, हार्ट अटैक और अन्य गंभीर बीमारियों के समय में, एयर एंबुलेंस न केवल मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें उड़ान के दौरान भी आवश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान करती है। इस सेवा से उत्तराखंड के मरीजों को एक वर्ष के लिए नि:शुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी।
संजीवनी योजना का संचालन
संजीवनी योजना का संचालन केंद्र और राज्य सरकार मिलकर करेंगे, जहां दोनों सरकारें 50-50 प्रतिशत लागत वहन करेंगी। इस योजना के अंतर्गत, कम से कम 30 जरूरतमंद मरीजों को हेली एंबुलेंस के माध्यम से लाभ पहुंचाना सुनिश्चित किया जाएगा। एयर एंबुलेंस में वेंटीलेटर और अन्य जरूरी जीवनरक्षक उपकरणों की सुविधा उपलब्ध होगी, जो आपातकालीन स्थितियों में जीवन बचाने में सहायक सिद्ध होगी।
इस पहल के माध्यम से, उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता में एक महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। हेली एंबुलेंस सेवा “संजीवनी” न केवल मरीजों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है, बल्कि यह क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं को एक नई दिशा भी प्रदान करेगी।
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