“इजराइल ने सीरिया में हिजबुल्लाह के कमांडर सलीम जमील अय्याश को हवाई हमले में मार गिराया। सलीम पर 20 साल पहले लेबनान के प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या का आरोप था, जिसमें 3000 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। इजराइली सेना ने उसकी मौत के बाद उसके साथी आठ अन्य लोगों को भी ढेर कर दिया।“
इजराइल। इजराइल ने सीरिया में हिजबुल्लाह के कमांडर सलीम जमील अय्याश को एक हवाई हमले में मार गिराया। सलीम सीरिया के अल-कौसैर इलाके में छिपा हुआ था। टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, इस हमले में सलीम के अलावा उसके 8 अन्य सहयोगी भी मारे गए। सलीम पर 2005 में लेबनान के प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या का आरोप था, जिसमें 3000 किलो विस्फोटक से उनका काफिला उड़ा दिया गया था।
यह हमला इतना भयानक था कि विस्फोट से 11 मीटर चौड़ा गड्डा बन गया था। हरीरी की हत्या के बाद से ही सलीम फरार था। संयुक्त राष्ट्र ने हरीरी की हत्या के बाद हिजबुल्लाह के खिलाफ जांच की और सलीम को दोषी पाया था।
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इस हमले के बाद ईरान के विदेश मंत्रालय ने इजराइल की कड़ी आलोचना की और इसे संयुक्त राष्ट्र से बाहर निकालने की मांग की है। इजराइल ने इसे एक बड़ी रणनीतिक सफलता बताया है और इजराइल के रक्षा मंत्री ने इसे हिजबुल्लाह के खिलाफ एक बड़ी जीत कहा है। हिजबुल्लाह की इस कार्रवाई के बाद इजराइल ने यह बयान भी दिया कि अब नसरल्लाह की अगुवाई वाली हिजबुल्लाह को हराना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
इजराइल ने सीरिया में हिजबुल्लाह के प्रमुख कमांडर सलीम जमील अय्याश को एक सटीक हवाई हमले में मार गिराया। सलीम पर 2005 में लेबनान के प्रधानमंत्री रफीक हरीरी की हत्या का आरोप था, जिसमें 3000 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था। इजराइल के इस हमले ने न केवल हिजबुल्लाह की जड़ों को हिलाया बल्कि एक लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी को सजा दिलवाई।
इजराइल ने इसे अपनी एक बड़ी रणनीतिक सफलता माना है, जबकि ईरान ने इसकी कड़ी निंदा की है। इस घटना के बाद हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव की संभावना है।
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रिपोर्ट – मनोज शुक्ल