“बाबरी विध्वंस की 32वीं बरसी पर यूपी में सुरक्षा कड़ी। मथुरा की शाही ईदगाह में 1500 नमाजी पहुंचे। बरेली में ड्रोन से छतों पर पत्थर मिले। अमेठी में फ्लैग मार्च के दौरान दरोगा की मौत।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बाबरी विध्वंस की 32वीं बरसी और जुमे की नमाज को लेकर कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त किया गया। मथुरा, अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी सहित कई संवेदनशील स्थानों पर हाई अलर्ट घोषित किया गया।
मथुरा में 1500 नमाजी पहुंचे
मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद में शुक्रवार को 1500 नमाजी पहुंचे। आम दिनों में यहां 400-500 लोग ही नमाज अदा करते हैं। सुरक्षा के तहत सभी नमाजियों के आधार कार्ड चेक किए गए। ड्रोन की मदद से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है।
बरेली में पत्थरों की बरामदगी
बरेली के आला हजरत मस्जिद के पास ड्रोन कैमरे में छतों पर पत्थर दिखाई दिए। पुलिस ने तत्काल पत्थरों को हटवाया और पूरे इलाके में फ्लैग मार्च किया।
अमेठी में दरोगा की मौत
अमेठी में फ्लैग मार्च के दौरान संग्रामपुर थाने में तैनात दरोगा राकेश पांडेय (56) को हार्ट अटैक आ गया। साथी पुलिसकर्मी उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अन्य जगहों पर सुरक्षा कड़ी
- अयोध्या: राम मंदिर क्षेत्र में ATS कमांडो तैनात। जगह-जगह फ्लैग मार्च।
- मुरादाबाद: जामा मस्जिद एरिया में डॉग स्क्वायड और ड्रोन से निगरानी।
- कानपुर और प्रयागराज: संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च।
- वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई।
बाबरी विध्वंस की बरसी पर सख्त अलर्ट
6 दिसंबर, 1992 को कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिरा दिया था। इस घटना के 32 साल बाद भी इसे लेकर संवेदनशीलता बरकरार है। इसी कारण पूरे राज्य में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
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विशेष संवाददाता: मनोज शुक्ल