Huawei का CloudMatrix 384 Supernode: Nvidia की बादशाहत पर बड़ा सवाल
बीजिंग। चीनी टेक्नोलॉजी दिग्गज Huawei ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हार्डवेयर के क्षेत्र में एक ऐसा कदम उठाया है, जो अमेरिकी चिप निर्माता Nvidia की वैश्विक बादशाहत को चुनौती देने की क्षमता रखता है। कंपनी ने ‘CloudMatrix 384 Supernode’ नामक एक शक्तिशाली कंप्यूटिंग सिस्टम पेश किया है, जिसे स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स ‘न्यूक्लियर-लेवल प्रोडक्ट’ बता रही हैं।
इस सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत है इसकी प्रोसेसिंग क्षमता — CloudMatrix 384 Supernode 300 पेटाफ्लॉप्स की पावर देता है, जो Nvidia के चर्चित NVL72 सिस्टम के 180 पेटाफ्लॉप्स से कहीं ज्यादा है।
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अमेरिकी पाबंदियों के बीच चीनी तकनीकी सफलता
यह तकनीकी सफलता ऐसे समय में सामने आई है जब अमेरिका की ओर से Huawei पर कड़े तकनीकी प्रतिबंध लागू हैं। बावजूद इसके, कंपनी ने घरेलू आपूर्ति श्रृंखला और स्थानीय AI स्टार्टअप SiliconFlow के साथ मिलकर इस सिस्टम को विकसित किया है।
जानकारों के अनुसार, CloudMatrix 384 Supernode में Nvidia के NVLink जैसी इंटर-कनेक्ट टेक्नोलॉजी का चीनी विकल्प शामिल किया गया है। यही तकनीक सुपरनोड्स को मल्टी GPU सेटअप के माध्यम से हाई-स्पीड डेटा प्रोसेसिंग में सक्षम बनाती है।
DeepSeek-R1 के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है
Huawei के इस सुपरनोड का इस्तेमाल Hangzhou स्थित DeepSeek कंपनी के reasoning मॉडल DeepSeek-R1 को सपोर्ट करने के लिए किया जा रहा है। यह सुपरनोड्स संरचना स्टैंडर्ड AI सर्वर से कहीं ज्यादा प्रोसेसिंग पावर, नेटवर्क बैंडविड्थ और स्टोरेज क्षमता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य बड़े AI मॉडल्स को तेज गति से ट्रेन और इन्फरेंस करना है।
चीन में तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम
Huawei का यह कदम चीन के व्यापक AI इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश योजना का हिस्सा है। फरवरी में अलीबाबा ग्रुप ने भी 380 बिलियन युआन के निवेश का ऐलान किया था, जिसका उद्देश्य घरेलू स्तर पर कंप्यूटिंग संसाधनों को मजबूत बनाना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि Huawei के दावे सही साबित होते हैं, तो यह तकनीकी उपलब्धि न केवल Nvidia के दबदबे को चुनौती देगी, बल्कि अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद चीन की ‘तकनीकी आत्मनिर्भरता’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है।