“जम्मू-कश्मीर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुच्छेद 370 की बहाली पर जोरदार हंगामा हुआ। ‘370 बहाल करो’ पोस्टर को लेकर विधायकों के बीच बहस ने हाथापाई का रूप ले लिया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी”
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अनुच्छेद 370 की बहाली के मुद्दे को लेकर बवाल मच गया। विपक्षी विधायकों ने ‘370 बहाल करो’ के पोस्टर लेकर सदन में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस पर सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों और विपक्ष के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचा।
सदन में बढ़ते हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने कार्यवाही को 20 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। विपक्षी विधायकों का कहना है कि अनुच्छेद 370 को हटाने से जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता को ठेस पहुंची है, और इसे बहाल करना अब जरूरी है। वहीं, सरकार ने इसे राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के लिए उठाया गया कदम बताया है।
इस घटना के बाद राज्य में राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है। हंगामे के बाद मुख्यमंत्री और विपक्षी नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। अनुच्छेद 370 की बहाली पर एक बार फिर राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर की राजनीति में हलचल मच गई है।