मुंबई। भारत में निजी क्षेत्र के सबसे बडे बैंक आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने अपने बैंक के विभिन्न कार्यप्रणालियों के 200 कारोबारी प्रक्रियायों के लिए ‘‘सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स’’ विकसित करने की घोषणा की। भारत में यह पहला बैंक तथा विश्व के कुछ बैंकों में से एक है जिसके पास ‘‘सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स’’ है। यह मानवीय कार्यों का अनुसरण करने के साथ दोहराव का प्रदर्शन करता है साथ ही स्वचलित होने से समय की भारी बचत भी करता है।
समय की 60 प्रतिशत तक होगी बचत-
आईसीआईसीआई बैंक में ‘सॉफ्टवेयर रोबोट’ आ जाने से ग्राहकों के समय की 60 प्रतिशत तक बचत होगी तथा सटीकता में 100 प्रतिशत बढ़ोतरी होगी इसके साथ ही बैंक की उत्पादकता और दक्षता में भी बढ़ोतरी होगी। यह बैंक को कर्मचारियों और अधिक मूल्य सवंर्धित एवं ग्राहकों से सम्बन्धित कार्यों के लिए ध्यान केन्द्रित करने का अवसर देगा। ‘‘सॉफ्टवेयर रोबोट्स’’ अभी प्रति कार्य दिवस 10 लाख बैंकिंग लेनदेन निपटा रहा है।
200 संस्थानों से जुड़ा है सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स –
आईसीआईसीआई बैंक ने इन सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स को पूरे संस्थान के 200 से भी ज्यादा कारोबारी प्रक्रियाओ से जोड़ा है जिनमें रिटेल बैंकिंग परिचालन, एग्री बिजनेस, व्यापार एवं विदेशी मुद्रा, ट्रेजरी एवं मानव संसाधनों के साथ ही अन्य भी शामिल हैं। हाल ही में बैंक द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में की गई प्रगतियों में फेशियल एवं वॉयस रिकगनाइजेशन, नेश्युरल लेंगवेज प्रोसेसिंग, मशीन लर्निग एवं बोट सहित कुछ और भी इसमें शामिल हैं।
बैंकिंग ऑन सोश्यल मीडिया से नए मानदण्ड हुए स्थापित –
सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स की लॉंच पर मिस चंदा कोचर, एमडी एवं सीईओ, आईसीआईसीआई बैंक ने कहा ‘‘आइसीआईसीआई बैंक टेक्नोलॉजी में इनोवशन के लिए सदैव अग्रणी रहा है, जिस कारण ग्राहकों की सुविधाओं में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि हमने वित्तीय सेवा क्षेत्र में अग्रणी नवाचार जैसे इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, टैब बैंकिंग, टच बैंकिंग ब्रांचेज एवं बैंकिंग ऑन सोश्यल मीडिया पेश कर के नए मानदण्ड स्थापित किए हैं।’’
यह एक हमारे लिए एक और गौरव का क्षण है, क्यों कि हम सॉफ्टवेर रोबोटिक की भविष्य की तकनीक अपनाने अव्वल रहे हैं। 200 से भी अधिक सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स आधारित कारोबारी प्रक्रियाओं को लॉंच कर हमने भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक मील का पत्थर कायम किया है, क्यों कि हमने विदेशों के चुनिंदा समूहों को अपने साथ जोड़ा है जिन्होंने हमें अत्याधुनिक रोबोटिक टेक्नोलॉजी इस विशाल पैमाने पर प्रदान की है। यह प्रतिदिन 10 लाख से भी ज्यादा लेनदेन निपटाएगा, जिससे अद्वितीय परिचालन दक्षता, सटीकता एवं ग्राहक सेवा में लगने वाले समय की भारी बचत हो सकेगी।
रिटेल बैंकिंग में होगा हर साल 25 प्रतिशत का इजाफा-
इसके अतिरिक्त, हमारे रिटेल बैंकिंग में हर साल 25 प्रतिशत का इजाफा होगा, हम इन्हीं संसाधनों से भारी मात्रा में इसे पूरा करने के लिए तैयार हैं। यह पहल बैंक के ध्येय वाक्य ‘ख्याल आपका’ पर बिल्कुल खरी उतरती है, जहां हम अपने ग्राहकों को श्रेष्ठतम अनुभव प्रदान करवा रहे हैं।
इस के आ जाने के बाद हमारे कर्मचारी अन्य मूल्य सवंर्धित सेवाओं पर ज्यादा ध्यान दे सकेंग, तथा अश्छा जीवन संतुलन बना सकेंगें। ”मेरा मानना है कि सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स के क्रियान्वयन से भारतीय बैंकिंग उद्योग में एक नई भागीदारी का बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक हमारी योजना इस प्रकार के सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स की सख्यां बढाकर 500 करने की है।’’
इन सॉफ्टवेयर रोबोटिक्स को इस प्रकार कॉन्फिगर्ड किया गया है कि ये सिस्टम से सूचना का पूरा विवरण प्राप्त कर सकते हैं, पैटन्र्स को रिकॉगनाइज कर सकते हैं तथा कारोबारी प्रक्रिया को पूरी बहुद्देशीय एप्लिकेशन में संचालित कर डाटा एंट्री एवं सत्यापन, ऑटोमेटेड फॉर्मेटिंग, मल्टी फॉर्मेट मैसेज क्रिएशन, टैक्स्ट मीनिंग, कार्य प्रवाह में गति रिकंडिशन्स एवं करेंसी एक्सचेंज रेट प्रक्रिया के साथ ही अन्य कई कार्य निष्पादित कर सकते हैं। यह लांच बैंक द्वारा प्रौद्योगिकी नवाचार सेवाओं की तर्ज पर लांच किया गया है। इन सूचियों में शामिल हैं पूर्णतश् स्वचालितरू एवं चैबीसों घंटे टच बैंकिंग ब्रांचेज, टैब बैंकिंग, बैंकिंग ऑन फेसबुक एण्ड ट्विटर, देश के पहले सम्पर्क रहित डेबिट व क्रेडिट काड्र्स, भारत का प्रथम मोबाइल फोन बैंकिंग श्पॉकेट्सश् और आईमोबाइल स्मार्टकीज। ऐसी पहली सेवा जिससे मोबाइल के कीबोर्ड के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है।