नई दिल्ली। गैर संचारी रोग (एनसीडी) की रोकथाम और नियंत्रण के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को प्रतिष्ठित यूएन इंटर-एजेंसी टास्क फोर्स पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बुधवार को दी।
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नड्डा ने ट्वीट करके खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आईसीएमआर को एनसीडी की रोकथाम और नियंत्रण, मानसिक स्वास्थ्य और व्यापक एनसीडी-संबंधित एसडीजी पर बहुक्षेत्रीय कार्रवाई को आगे बढ़ाने में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रतिष्ठित 2024 के यूएन इंटर-एजेंसी टास्क फोर्स पुरस्कार के लिए चुना गया है।
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार सहायक प्रौद्योगिकी में आईसीएमआर के अभिनव कार्य को उजागर करती है, जो सुलभ, किफायती और टिकाऊ समाधान तैयार करती है। यह पूरे देश में एनसीडी और मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों वाले व्यक्तियों के लिए जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है।
सहायक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय केंद्र स्थापित करने से लेकर टिकाऊ सहायक उत्पादों को बढ़ावा देने और दुनिया का सबसे बड़ा एटी सर्वेक्षण आयोजित करने तक आईसीएमआर की पहल एक स्थायी प्रभाव डाल रही है। हम इस महत्वपूर्ण कार्य को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।