“लखनऊ मेयर सुषमा खर्कवाल ने बांग्लादेशी अतिक्रमण और निगम कर्मियों पर हमले को लेकर तीखा बयान दिया। उन्होंने अवैध बस्तियों और प्रशासनिक मिलीभगत पर सवाल उठाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की।”
लखनऊ। लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने रविवार को एक विवादित बयान देते हुए नगर निगम कर्मचारियों पर हुए हमले और अवैध बांग्लादेशी झुग्गियों के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, “यदि बांग्लादेशी निगम कर्मियों को पीटेंगे और पार्षद प्रतिनिधि पर डंडों से हमला होगा, तो मेरे मेयर रहने का क्या मतलब?”
मेयर ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग और पुलिस की मिलीभगत से इन अवैध बस्तियों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि ये लोग सड़कों पर कूड़ा फेंकते हैं और मनमानी करते हैं, जिससे शहर में गंदगी और अराजकता का माहौल बनता है।
उन्होंने निगम कर्मियों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए कहा, “यह न सिर्फ उनके सम्मान, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करता है।” मेयर ने अतिक्रमणकारियों को ‘बांग्लादेशी’ बताते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
अवैध बस्तियों का मामला:
सुषमा खर्कवाल ने कहा कि ये झुग्गियां बिजली विभाग और पुलिस की मिलीभगत से बनी हैं। इन बस्तियों के कारण शहर में अतिक्रमण, गंदगी और अपराध बढ़ रहे हैं।
आगे की कार्रवाई:
मेयर ने निगम कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अतिक्रमणकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में अगर जल्द ही कदम नहीं उठाए गए, तो वे अपने पद से इस्तीफा देने पर विचार कर सकती हैं।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल