लखनऊ। राजधानी के राजाजीपुरम क्षेत्र में शनिवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने से करीब एक दर्जन झोपड़ी खाक हो गई।
आग की चपेट में आकर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन लोग झुलस गए हैं।
आग लगने से लाखों का सामान भी खाक हो गया है। घटना की सूचना के दो घण्टे बाद दमकल की गाडियां मौके पर पहुंचीं। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अलीतरंग मैरिज हाल के पास शनिवार की तड़के करीब साढ़े तीन बजे अचानक आग लग गई। धुआं उठता देख पड़ोसी कुछ समझ पाते कि आग ने बिकराल रूप ले लिया। झुग्गी-झोपडिय़ों में बड़ी मात्रा में पॉलीथीन लगी होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
आग हवा के साथ फैलती चली गई। महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग व युवा अपनी झोपडिय़ों से निकलकर भागने लगे। चारों तरफ भगदड़ मच गई। जैसे तैसे लोगों ने झोपड़ी से निकलकर अपनी जान बचाई। आग की चपेट में आने के कारण जहां चार मौते हुई हैं वहीं कई झुलस भी गए हैं।
बाराबंकी जिले का मूल निवासी प्रेम कई वर्ष से झोपड़ी बनाकर यहां रह रहा था। शुक्रवार को प्रेम अपने बेटे महेश व शिवकुमार के साथ इन्द्रानगर कैटरिंग के काम में गए थे।
झोपड़ी में सो रही प्रेमसागर की पत्नी रत्नादेवी (45) बेटा सुधीर (8) बेटी बबली (13) व प्रियंका (9) झोपड़ी से बाहर नहीं निकल सके और आग में जलकर दर्दनाक मौत हो गई। आग लगने से आस पास की पांच झोपडियां जलकर खाक हो गई और झोपड़ी में रखा गृहस्थी का सारा सामान व कपड़े जलकर खाक हो गए लोग अपनी जान बचाकर सड़क पर आ गए और अपने परिवार को ढूंढने लगे।
आग लगने की जानकारी मिलने पर दो घंटे बाद आलमबाग फायर ब्रिगेड से तीन दमकल गाडिय़ां वहां पर पहुंचीं। तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था।
दो घण्टे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तालकटोरा पुलिस ने चार शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बाराबंकी के फतेहगढ़ ढ़कवा निवासी प्रेमसागर अपनी पत्नी रत्नादेवी बेटा महेश, शिवकुमार, सुधीर बेटी बबली व प्रियंका के साथ झुलस गए।
इनके खाक हुए सभी सामान
अग्निकांड में जरवल बहराइच निवासी रफीक अहमद, सुल्तानपुर निवासी बाबू, हरदोई भेदौरा हरियॉवा निवासी सलीम, बिहार रोहिताश सझौली निवासी सुनील गुप्ता की झोपड़ी जलकर खाक हो गई।
जरवल बहराइच निवासी रफीक अहमद, सुल्तानपुर निवासी बाबू, हरदोई भेदौरा हरियॉवा निवासी सलीम, बिहार रोहिताश सझौली निवासी सुनील गुप्ता कबाड़ व पन्नी बीनने का काम करते थे। आग की चपेट में आकर इनकी सारी कमाई खाक हो गई।