नयी दिल्ली। धुरंधर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की प्रतिभा का हर कोई कायल है। विरोधी बल्लेबाजों को पिच पर ढेर कर देने वाले ईशांत को आगामी सीरीज के मद्देनजर अपने हुनर को मांझ कर और पैना करने की जरूरत है।
यह बात एक पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने एक स्पोर्ट्स चैनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि टैलेंट होने के बावजूद तेज गेंदबाज ईशांत में लगातार ‘विकेट लेने वाली गेंदों’ की गेंदबाजी करने की क्षमता में कमी है।
गौरतलब है कि ईशांत चिकनगुनिया के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में नहीं खेल पाये थे, वह नौ नवंबर से राजकोट में शुरू हो रहे इंग्लैंड टेस्ट के लिये टीम में वापसी कर चुके हैं। उन्होंने 72 मैचों में 66.6 के स्ट्राइक रेट से 209 टेस्ट विकेट हासिल किये हैं।
कपिल ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इशांत बहुत अच्छा गेंदबाज है। वह वास्तविक तेज गेंदबाज है और उसकी लंबाई भी अच्छी है। लेकिन उसे विकेट हासिल करने वाली गेंदों को तैयार करना होगा जो अहम समय में विकेट लेने की क्षमता रखती हों।
शायद वह इसी चीज में पिछड़ रहा है। उसमें प्रतिभा और क्षमता की कोई कमी नहीं है लेकिन कहीं न कहीं विकेट चटकाने की प्रतिभा की कमी है। ’’ कपिल ने 83 टेस्ट में 300 विकेट चटकाये हैं, जिसमें से ज्यादातर भारत की ऐसी पिचों में मिले हैं जो बल्लेबाजों के अनुकूल थीं।
बल्लेबाजों के मुफीद पिच पर साझेदारियां तोड़ने के लिये इशांत तो क्या करना चाहिए, यह पूछने पर कपिल ने कहा, ‘गेंदबाज को बेहतर गेंद फेंकनी चाहिए, लगातार बेहतर लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करनी चाहिए।
यह ऐसा नहीं कि आप एक ओवर में दो बहुत अच्छी गेंद फेंक दो, बल्कि आपको पांच अच्छी गेंदें फेंकनी चाहिए। इसके बाद ही आप और विकेट हासिल कर सकते हो।’
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