ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की राजधानी में सुरक्षा उपाय तेज
भारतीय सेना द्वारा 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में सैन्य गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस्लामाबाद प्रशासन ने नागरिकों से घरों में रहने और सभी लाइटें बंद रखने की अपील की है। यह कदम संभावित हवाई हमलों के खतरे को देखते हुए उठाया गया है।
इस्लामाबाद में प्रशासन की लोगों से अपील है कि वे घरों में रहें और सभी बाहरी लाइटें बंद रखें। यह आदेश सुरक्षा कारणों से जारी किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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सीमावर्ती इलाकों में भी ब्लैकआउट और गांवों की खाली कराई गई
पाकिस्तानी सेना ने पंजाब प्रांत के सीमावर्ती जिलों—कसूर, सियालकोट, नारोवाल, बहावलनगर और शेखूपुरा—में गांवों को खाली कराने के आदेश जारी किए हैं। इन इलाकों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है, जिससे संचार और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील क्षेत्रों से नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान में बढ़ा तनाव
भारतीय सेना ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के नौ ठिकानों पर गहरे हमले किए। इन हमलों में बहावलपुर स्थित जैश का मुख्यालय भी शामिल था।
इन हमलों के बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारी गोलाबारी की, जिसमें 12 नागरिकों और एक भारतीय सैनिक की मौत हो गई, जबकि 42 अन्य घायल हुए।
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