नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर सर्वदलीय बैठक शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर शुरू हुई, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री मोदी का संदेश पढ़ा गया, जिसमें उन्होंने देशवासियों से एकजुटता बनाए रखने की अपील की।
बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर की मौजूदा स्थिति की जानकारी साझा की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लिखित संदेश में कहा, “हर भारतीय को एकजुट रहना चाहिए, हम सब मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि यह समय राजनीतिक मतभेद से ऊपर उठकर राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने का है।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीएमसी से सुदीप बंद्योपाध्याय, बीएसपी से सतीश मिश्रा, आप से संजय सिंह और अन्य दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने भारत की सुरक्षा रणनीति का समर्थन करते हुए एक सुर में सरकार के रुख को सराहा।
ऑपरेशन सिंदूर पर सर्वदलीय बैठक का उद्देश्य न केवल वर्तमान हालात पर चर्चा करना था, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी था कि भारत की राजनीतिक पार्टियां देशहित के मुद्दों पर एकजुट खड़ी रहें। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने ऑपरेशन से जुड़ी कूटनीतिक और सैन्य जानकारी साझा की।
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बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने साझा बयान में कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए एक साथ खड़े होने का है। बैठक में साझा संकल्प लिया गया कि देश की सुरक्षा और सम्मान से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में जब सीमा पार तनाव अपने चरम पर हो, देश के भीतर सभी दलों का एक स्वर में बोलना, न केवल आंतरिक मजबूती दिखाता है बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की स्थिति मजबूत करता है। बैठक के दौरान यह बात भी साफ तौर पर रखी गई कि सेना को पूरा समर्थन दिया जाएगा और ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रहेगा जब तक लक्ष्य पूरी तरह हासिल नहीं हो जाता।