जनपद न्यायाधीश ने संप्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की बारीकी से समीक्षा की।
हरदोई के राजकीय किशोर संप्रेक्षण गृह में पहुंचकर उन्होंने शयन कक्ष, पुस्तकालय, रसोई और निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
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निरीक्षण के दौरान उन्होंने किशोरों से सीधा संवाद किया।
उन्होंने शयन कक्षों की सफाई और सुविधा की स्थिति देखी।
साथ ही व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए जरूरी सुझाव भी दिए।

इसके अलावा, उन्होंने पुस्तकालय का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से कहा कि वहां रचनात्मक और उपयोगी किताबें जरूर उपलब्ध कराई जाएं।
इससे किशोरों में पढ़ाई और सोचने की क्षमता का विकास होगा।
भोजनालय और रसोई की साफ-सफाई की भी गहन जांच की गई।
उन्होंने निर्देश दिया कि किशोरों को रोस्टर के अनुसार पौष्टिक भोजन ही दिया जाए।
रसोई की स्वच्छता को लेकर उन्होंने सख्त निर्देश दिए।
इसी दौरान, निर्माणाधीन बाउंड्री वॉल को देखा गया।
उन्होंने गुणवत्ता और समयसीमा दोनों का विशेष ध्यान रखने को कहा।
इस अवसर पर, सीजेएम, नगर मजिस्ट्रेट, सीओ सिटी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव भी मौजूद रहे।
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य था — किशोरों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और प्रेरक वातावरण सुनिश्चित करना।
जनपद न्यायाधीश ने संप्रेक्षण गृह में बेहतर सुधारात्मक प्रयासों की सराहना की और उसे और बेहतर करने की दिशा में सुझाव भी दिए।
