भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने एक प्रेस वार्ता में उस विशेष सैन्य कार्रवाई की विस्तार से जानकारी दी, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में संचालित की गई थी। इस कर्नल सोफिया कुरैशी ऑपरेशन की शुरुआत रात 1 बजकर 5 मिनट पर की गई और यह 1 बजकर 30 मिनट तक चला।
कर्नल कुरैशी ने बताया कि यह कार्रवाई उच्च स्तर की खुफिया सूचनाओं के आधार पर की गई थी। इस ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने वाले ठिकानों को नष्ट करना था। कुल 9 विभिन्न स्थानों पर यह हमला किया गया, जिनमें कुल 21 ठिकानों को टारगेट किया गया।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं आईं सामने, सेना के ऑपरेशन पर गर्व

सेना ने इस बात का विशेष ध्यान रखा कि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे। ऑपरेशन की शुरुआत सबसे पहले सवाईनाला कैंप पर हमले से हुई। इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के कैंपों को निशाना बनाया गया।
कर्नल ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के भीतर सियालकोट क्षेत्र में सरजल कैंप, जो हिजबुल मुजाहिदीन का अड्डा था, भी इस कार्रवाई की जद में आया। इसी तरह PoK में भी कई आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया गया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर सुबह 8:16 बजे एक संक्षिप्त लेकिन भावुक पोस्ट करते हुए लिखा,
“Proud of our Armed Forces. Jai Hind!”
इस पोस्ट को कुछ ही घंटों में 1.5 मिलियन से अधिक बार देखा गया।
इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सेना की वीरता को सलाम किया। उन्होंने सुबह 10:12 बजे ट्वीट करते हुए कहा,
“हमारी सेना पर हमें अत्यंत गर्व है। हमारे बहादुर जवान हमारी स्वतंत्रता और अखंडता को सुरक्षित रखते हैं। भगवान उनकी रक्षा करें और उन्हें धैर्य और वीरता से चुनौतियों का सामना करने की अपार हिम्मत दें।
जय हिन्द 🇮🇳”
उनके इस ट्वीट को 57.6 हजार बार देखा गया।
इन प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि विपक्षी दल भी इस कार्रवाई के पीछे भारतीय सेना की बहादुरी और रणनीतिक कौशल को स्वीकार कर रहे हैं। इससे पहले कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि यह ऑपरेशन रात 1:05 से 1:30 बजे तक चला और इसे खुफिया सूचनाओं के आधार पर अंजाम दिया गया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है—चाहे वह सेना हो या राजनीतिक नेतृत्व।

इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी और देश की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाने में सक्षम है।
कर्नल सोफिया कुरैशी ऑपरेशन भारतीय सुरक्षा तंत्र की प्रभावशीलता और तत्परता का प्रतीक बन गया है।