लखनऊ। लॉन्ग टर्म वीजा पर पाकिस्तानी नागरिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वर्षों से रह रहे हैं। अब केंद्र सरकार के निर्देश पर इन नागरिकों का विवरण खुफिया एजेंसियों द्वारा तेजी से एकत्र किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार अधिकतर पाकिस्तानी महिलाएं विवाह के बाद भारत आई हैं और अब यूपी के विभिन्न जिलों में स्थायी रूप से निवास कर रही हैं।
सरकारी निर्देशों के तहत इन नागरिकों की जांच के बाद उन्हें पाकिस्तान वापस भेजने की योजना बनाई जा रही है। लॉन्ग टर्म वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी है या इसके नियमों का उल्लंघन हो रहा है, तो ऐसे मामलों में कार्रवाई तय मानी जा रही है। खास बात यह है कि अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वाले पाकिस्तानी नागरिकों का कोई स्पष्ट आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, ऐसे लोगों की पहचान और सूचीबद्ध करने के लिए एजेंसियां गोपनीय रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर ऐसा जिला है जहां सबसे अधिक लॉन्ग टर्म वीजा पर पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की सूचना मिली है। इसके अलावा वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर, आजमगढ़ और भदोही जैसे शहरों में भी पाक नागरिकों की उपस्थिति एजेंसियों के संज्ञान में आई है।
खुफिया एजेंसियां और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से इनके दस्तावेजों, निवास स्थानों और स्थानीय नागरिकों से मिली जानकारी के आधार पर सत्यापन की प्रक्रिया में जुटे हैं। यह कवायद विशेष रूप से उस पृष्ठभूमि में हो रही है जब केंद्र सरकार देश की सुरक्षा और नागरिकता मामलों को लेकर सख्ती दिखा रही है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इन मामलों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) से संबंधित पहलुओं की भी समीक्षा की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन नहीं किया है, उनके विरुद्ध समय पर आवश्यक कार्रवाई हो सके।
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