लखनऊ। भाजपा आगामी विधानसभा के उपचुनावों में कटेहरी और मिल्कीपुर सीटों पर अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों सीटों की जिम्मेदारी ली है, जो भाजपा के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
बैठक में चर्चा के प्रमुख बिंदु:
- जातीय समीकरण:
बैठक में एक-एक सीट पर जातीय समीकरण पर गहराई से चर्चा की गई। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि स्थानीय जातीय समूहों का समर्थन चुनावी परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। - मौजूदा मुद्दे:
स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जिसमें विकास, रोजगार, और अन्य जनहित कार्यों का जिक्र किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं को स्थानीय स्तर पर इन मुद्दों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है। - केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा:
भाजपा ने केंद्रीय नेतृत्व को आश्वासन दिया है कि वह इन दोनों सीटों सहित कुल 10 में से 9 सीटें जीतने में सक्षम है। यह आत्मविश्वास भाजपा की चुनावी रणनीति को दर्शाता है।
सपा की रणनीति के प्रति सजगता:
भाजपा ने समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा उतारे गए उम्मीदवारों की संभावित रणनीति का विश्लेषण भी किया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि भाजपा का वोट बैंक सुरक्षित रहे, सपा के उम्मीदवारों की ताकत और कमजोरियों को ध्यान में रखा जा रहा है।
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भाजपा की तैयारी:
भाजपा इस बार चुनाव में स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ जातीय समीकरणों का भी सही तरीके से उपयोग कर अपनी जीत सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाताओं के बीच जाकर इन मुद्दों पर चर्चा करने का निर्देश दिया गया है ताकि चुनावी माहौल को अपने पक्ष में किया जा सके।
इस प्रकार, भाजपा कटेहरी और मिल्कीपुर में अपनी रणनीति को मजबूत करने में जुटी है, जिससे इन सीटों पर अपनी जीत की संभावना को बढ़ाया जा सके।