लखनऊ, 19 मई 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने भीषण गर्मी और लू से प्रभावित मनरेगा श्रमिकों को राहत देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि मनरेगा श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कार्यस्थलों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएं।
ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि मनरेगा स्थलों पर श्रमिकों के लिए प्राथमिक चिकित्सा, छाया, शुद्ध पेयजल और बच्चों की देखभाल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह सभी कार्य मनरेगा गाइडलाइंस और हीट वेव प्रबंधन कार्ययोजना-2024 के अनुसार किए जा रहे हैं।
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भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी जिलों को पहले ही आवश्यक दिशा-निर्देश भेज दिए गए थे। कार्यस्थलों पर काम करने का समय बदला गया है ताकि तापमान अधिक होने पर श्रमिकों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम से बचाया जा सके। अब प्रातः 6 से 11 बजे और सायं 3 से 6 बजे तक ही कार्य करवाने का निर्देश है। कार्य-समय का निर्धारण स्थानीय तापमान के अनुसार जिलों को करने की छूट दी गई है।
श्रमिकों के लिए छाया वाले स्थान, पेयजल की सतत आपूर्ति और विश्राम स्थलों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इन उपायों का उद्देश्य श्रमिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना और मनरेगा के अंतर्गत जारी कार्यों को बिना अवरोध के आगे बढ़ाना है।
प्रदेश सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो श्रमिक कार्य करना चाहते हैं, उन्हें प्राथमिकता के साथ काम उपलब्ध कराया जाए। सरकार की संवेदनशीलता का यह उदाहरण दर्शाता है कि प्रचंड गर्मी में भी श्रमिकों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
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