मऊ।
माटीकला कारीगरों को मिलेगा रोजगार — उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के तहत जनपद मऊ में कुम्हार और माटीकला से जुड़े परंपरागत कारीगरों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा माटीकला बोर्ड का गठन किया गया है। इसके तहत वर्ष 2025-26 के लिए शासन ने जनपद को लक्ष्य आवंटित किए हैं।
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प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद माटीकला को बढ़ावा
सरकार का उद्देश्य प्लास्टिक से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को रोकना है। इसी वजह से प्लास्टिक से बने कप, प्लेट आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है। अब इनके विकल्प के रूप में मिट्टी से बने बर्तनों के औद्योगिक उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
परंपरागत कारीगरों को मिलेगा प्रशिक्षण और ऋण
18 से 55 वर्ष की आयु के परंपरागत माटीकला कारीगर, जो वर्तमान में सक्रिय हैं, उन्हें इस योजना के तहत प्रशिक्षण भी मिलेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री माटीकला रोजगार योजना के अंतर्गत अधिकतम ₹10 लाख तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
इस ऋण में 95% राशि बैंक द्वारा और 5% उद्यमी को स्वयं देनी होगी। साथ ही, पूंजीगत ऋण पर 25% तक अनुदान (मार्जिन मनी) भी दिया जाएगा।
शैक्षणिक योग्यता और आवेदन तिथि
₹5 लाख से अधिक का ऋण लेने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इच्छुक लाभार्थी 15 मई 2025 तक आवेदन कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, अंधा मोड़, भीटी मऊ में कार्यदिवसों में संपर्क किया जा सकता है। संपर्क नंबर: 7408410764, 9450510803।
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