मत्स्य पालन पट्टा विवाद को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, जांच की मांग
कप्तानगंज (कुशीनगर), 8 मई 2025:
ग्राम सभा खोटही में मत्स्य पालन पट्टा विवाद को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा है। ग्राम सभा के मन्नी ताल में बिना प्रचार-प्रसार और पारदर्शिता के पट्टा आवंटन को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार दिनेश कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए 5 मई को हुई नीलामी को निरस्त करने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में बैजनाथ साहनी, राधेश्याम, राजेंद्र साहनी, मनीष साहनी, रामनरेश साहनी सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे, जिन्होंने आरोप लगाया कि 86.869 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले मन्नी ताल में से 12.102 हेक्टेयर तालाब का पट्टा गांव के ही एक व्यक्ति को मात्र औपचारिकता के तहत और निर्धारित दर से काफी कम धनराशि में दे दिया गया। इससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
📲 समाचार सीधे व्हाट्सएप पर पाएं
देश-दुनिया की राजनीति, विकास और सामाजिक विषयों पर ताज़ा अपडेट्स के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें।
👇
🔗 WhatsApp Group Join Link
ग्रामीणों का कहना है कि इस पट्टा प्रक्रिया की जानकारी न ही ग्राम पंचायत को दी गई और न ही सार्वजनिक रूप से प्रचार किया गया, जिससे कोई अन्य व्यक्ति भाग नहीं ले सका। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग की मिलीभगत से यह पट्टा एक विशेष व्यक्ति को पहले से तय योजना के तहत दिया गया, जो पूरी तरह अनुचित है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस विषय में शीघ्र निष्पक्ष जांच नहीं की गई, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने तहसील प्रशासन से मांग की है कि इस नीलामी को रद्द कर दोबारा निष्पक्ष तरीके से प्रक्रिया चलाई जाए।
Read it also : सोशल मीडिया पर फैल सकती है भ्रामक जानकारी की बाढ़, सतर्क रहने की अपील
इस पूरे मामले पर तहसीलदार दिनेश कुमार ने कहा कि “ज्ञापन प्राप्त हुआ है और उसकी जांच कर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई जाती है तो उचित कदम उठाया जाएगा।”
इस घटना ने ग्राम स्तर पर सरकारी प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और स्थानीय प्रशासन की भूमिका को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि तहसील प्रशासन इस मामले में किस प्रकार की कार्रवाई करता है।