राजगढ़, मिर्जापुर । मड़िहान थाना क्षेत्र के ममरी गांव में बृहस्पतिवार रात जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई, जिसमें एक पक्ष के दो लोग घायल हो गए। इनमें से एक व्यक्ति, धर्मराज यादव (55 वर्ष), अस्पताल पहुंचने पर इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले में पूछताछ के लिए चार लोगों को हिरासत में लिया है।
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मृतक के पुत्र राज बहादुर यादव ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि उनके पिता शाम को दरवाजे पर बैठे थे, तभी गांव के शमशेर मौर्य उन्हें चारागाह की जमीन के बारे में बात करने के लिए अपने साथ ले गया। वहां पहले से मौजूद अन्य लोगों ने उनके पिता की पिटाई शुरू कर दी, जिससे वह बेहोश हो गए।
राज बहादुर ने बताया कि जब उनके भाई ने बीच-बचाव किया, तो उन्हें भी घायल कर दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर धर्मराज यादव को मड़िहान अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
थाना अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है और पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।
चारागाह की जमीन पर विवाद
मृतक धर्मराज यादव मूल रूप से खुटहा गांव के निवासी थे, जिन्होंने 1993 में ममरी गांव में 5 बीघा जमीन खरीदी थी। उनके पास 18 बीघा चारागाह की जमीन थी, जिस पर उन्होंने अपने घर के साथ-साथ गाय-भैंस भी बांधना शुरू कर दिया था।
विवाद की जड़ चारागाह की जमीन और अवैध कब्जे में है, जहां कई लोग पहले से ही शिकायत कर चुके थे, लेकिन प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। यदि तहसील प्रशासन ने पहले ही कदम उठाए होते, तो शायद यह घटना न होती।
यह मामला वर्षों से चल रहा था और हालिया झड़प ने इसमें एक गंभीर मोड़ ला दिया। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है।