“मिर्जापुर के हलिया में आयोजित रबी किसान गोष्ठी में किसानों की अनुपस्थिति के कारण सफाईकर्मियों से कुर्सियां भर दी गईं। कृषि विभाग की प्रचार कमी और अन्य विभागों के स्टाल न लगाने के कारण कार्यक्रम की आलोचना हुई।”
मिर्जापुर: मिर्जापुर के हलिया विकास खंड परिसर में बुधवार को आयोजित रबी किसान गोष्ठी में किसानों की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम को असफल बना दिया। कृषि विभाग द्वारा सही प्रचार-प्रसार न किए जाने के कारण अधिकांश किसान गोष्ठी में नहीं पहुंचे। इसके परिणामस्वरूप, गोष्ठी का आयोजन सफाईकर्मियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से भरकर किया गया और कार्यक्रम की खानापूर्ति की गई।
मुख्य अतिथि छानबे विधायक रिंकी कोल ने किसानों को मोटे अनाज जैसे रागी, सांवा, कोदो, बाजरा, और ज्वार की खेती को बढ़ावा देने की सलाह दी, ताकि उनकी आमदनी में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि इन अनाजों का सेवन करने से जीवन स्वस्थ रहता है।
इसके अलावा, कृषि कल्याण मंत्रालय से आए डॉ. एस.एन. सिंह ने किसानों को रबी में बोई जाने वाली फसलों और उन पर लगने वाले कीटों से बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। जनपद सलाहकार डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने जैविक और प्राकृतिक खेती के लाभों पर जोर दिया और किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के फायदे बताए।
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कार्यक्रम के आयोजन में कृषि, पशुपालन और अन्य विभागों के स्टाल नहीं लगाए गए, जिससे कार्यक्रम की उपयोगिता पर सवाल उठने लगे। कार्यक्रम का संचालन लालजी मौर्य ने किया और इसमें खंड विकास अधिकारी डॉ. राजीव शर्मा, अरुण मिश्रा, विजेंद्र पांडेय और पवन त्रिपाठी सहित कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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