मोहाली टेस्ट मैच में इंग्लैंड पर टीम इंडिया को मिली आठ विकेट की शानदार जीत हासिल की।
इंग्लैंड पर लगातार दो टेस्ट मैचों में 23 साल बाद मिली जीत ने साबित कर दिया है कि बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली में काफी समानता है।
कोहली आक्रामक हैं तो, धोनी कूल। टीम को जीत दिलाने की बात है तो दोनों का प्रतिशत एक ही है। साबित हो गया धोनी से कहीं कम नहीं है कोहली, महेंद्र सिंह धोनी को जब टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया था भारत के प्रदर्शन में सुधार की बात कही जा रही थी।
वहीं जब धोनी ने अचानक से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट की कप्तानी छोड़ दी तो चयनकर्ताओं ने कोहली को यह जिम्मेदारी सौंप दी। इस फैसले का कोहली के आलोचकों ने विरोध किया था।
मोहाली टेस्ट में इंग्लैंड पर मिली जीत से साबित हो गया है कि धोनी और कोहली बराबर दर्जे के हैं।इसे संयोग ही कहेंगे कि धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने शुरुआती 20 टेस्ट मैचों में 12 जीते, दो हारे और 6 ड्रॉ रहे। ठीक वैसे ही कोहली की अगुवाई में भी टीम इंडिया ने 20 टेस्ट मैचों में 12 जीते, 2 गंवाए और 6 बिना नतीजे के समाप्त हुए।