“उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने गौवंश की ठंड से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गौ आश्रय स्थलों पर विशेष इंतजाम किए हैं। पशु चिकित्साधिकारी द्वारा निरीक्षण और आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, ताकि किसी भी गौवंश की मृत्यु ठंड के कारण न हो। गायों के लिए शेड निर्माण और अन्य व्यवस्थाओं के माध्यम से योगी सरकार गौ संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और शीतलहर से बचाव के लिए योगी सरकार ने गौवंश संरक्षण पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ठंड के कारण किसी भी गौवंश की मृत्यु न हो, इसके लिए प्रदेशभर के गौ आश्रय स्थलों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
गौ आश्रय स्थलों पर विशेष व्यवस्थाएं
राज्य सरकार ने गौ आश्रय स्थलों पर त्रिपाल, अलाव, चारा, पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की है। पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे नियमित रूप से गौ आश्रय स्थलों का दौरा करें और वहां गौवंश के स्वास्थ्य, चिकित्सा, औषधि और देखभाल की नियमित निगरानी करें।
निराश्रित गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन की प्रतिबद्धता
योगी सरकार निराश्रित गौवंश के संरक्षण और संवर्धन के प्रति प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक जनपद में नोडल अधिकारी गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि चारा, भूसा, पानी, और अन्य जरूरी सुविधाओं की कोई कमी न हो।
गौ संरक्षण केंद्रों का विकास
इसके साथ ही गौ संरक्षण केंद्रों की स्थापना का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा किया जाएगा। ग्राम्य विकास विभाग और अन्य सहयोगी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समन्वय बनाकर गौ संरक्षण के कार्यों को प्रभावी ढंग से पूरा करें। इसके अलावा, चारागाह भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करने और मनरेगा के माध्यम से बहुवर्षीय और सीजनल चारे की बुआई सुनिश्चित करने के उपाय भी किए जा रहे हैं।
निर्माण कार्यों की समयसीमा: 25 फरवरी 2025 तक पूरा करें
योगी सरकार ने सभी अवस्थापना संबंधी कार्यों को 25 फरवरी 2025 तक पूरा करने का निर्देश दिया है। सभी कार्य मानक और उच्च गुणवत्ता के साथ किए जाएंगे। गौवंश शेड, पानी पीने की सुविधाएं, चारे का स्थान और अन्य बुनियादी ढांचे को मजबूती से तैयार किया जाएगा।
गौ आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश की संख्या
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 7,696 गौ आश्रय स्थलों पर 12,35,700 निराश्रित गोवंश का संरक्षण किया जा रहा है। इन आश्रय स्थलों की गुणवत्ता और व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि ठंड के मौसम में गौवंश को बेहतर संरक्षण मिल सके।
सरकार का संकल्प
योगी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी स्तरों पर इस कार्य को पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ किया जाएगा, ताकि गौवंश संरक्षण के प्रयास प्रभावी और परिणामदायक हों।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल