नीरज चोपड़ा 90 मीटर जैवलिन थ्रो के ऐतिहासिक क्लब में शामिल होने वाले भारत के पहले और दुनिया के 25वें एथलीट बन गए हैं। उन्होंने यह अद्वितीय उपलब्धि दोहा डायमंड लीग 2025 में हासिल की, जहां उन्होंने 90.12 मीटर की दूरी तय कर भाला फेंका। यह न केवल उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, बल्कि भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में भी स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है।
इससे पहले नीरज चोपड़ा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड 89.94 मीटर था, जिसे उन्होंने साल 2022 में स्टॉकहोम डायमंड लीग में हासिल किया था। तब से ही नीरज और उनके फैंस इस प्रतीक्षित 90 मीटर के आंकड़े को पार करने की उम्मीद लगाए बैठे थे। आखिरकार, दोहा में यह सपना हकीकत में बदल गया।
नीरज की यह उपलब्धि इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि जैवलिन थ्रो में 90 मीटर का आंकड़ा पार करना किसी भी थ्रोअर के करियर में मील का पत्थर माना जाता है। विश्व रिकॉर्ड की बात करें तो यह रिकॉर्ड चेक गणराज्य के महान जैवलिन थ्रोअर जान जेलेजनी के नाम दर्ज है, जिन्होंने 1996 में 98.48 मीटर दूर भाला फेंककर दुनिया को चौंका दिया था।
नीरज चोपड़ा, जो 2021 टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं, लगातार अपने प्रदर्शन से भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर रहे हैं। उनके कोच क्लाउस बार्टोनिएट्ज़ ने पहले ही इस बात के संकेत दिए थे कि नीरज की फिटनेस और तकनीक उन्हें जल्द ही इस मुकाम तक पहुंचा सकती है।
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नीरज की यह थ्रो न केवल तकनीकी रूप से सटीक थी, बल्कि यह दिखाता है कि वह मानसिक रूप से भी बेहद मजबूत हो चुके हैं। यह सफलता उनके वर्षों की मेहनत, लगन और धैर्य का परिणाम है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर नीरज इसी तरह फिट और प्रेरित बने रहे, तो वह 95 मीटर के आंकड़े को भी छू सकते हैं।
भारत में ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धाओं को लेकर अब एक नया जोश देखने को मिल रहा है। युवाओं के बीच नीरज एक प्रेरणा बन चुके हैं और उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को इस खेल की ओर आकर्षित करेगी।