जानें झारखंड की नई मुख्य सचिव IAS अलका तिवारी के बारे में। उनकी शिक्षा, करियर, उपलब्धियाँ और प्रशासन में योगदान।
रांची: झारखंड की नई मुख्य सचिव के रूप में IAS अलका तिवारी की नियुक्ति हुई है। 1988 बैच की इस अधिकारी ने 1 नवंबर 2024 को अपनी नई जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने एल. खियांग्ते के 31 अक्टूबर को रिटायर होने के बाद यह पद ग्रहण किया।
शिक्षा और करियर
अलका तिवारी की शिक्षा में उत्कृष्टता झलकती है। उन्होंने मेरठ विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की और इस उपलब्धि के लिए राज्यपाल का स्वर्ण पदक प्राप्त किया। इसके बाद, उन्होंने मैनचेस्टर विश्वविद्यालय, यूके से सिविल और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में एम.एससी की, जिसमें उन्होंने ‘विकास परियोजनाओं के प्रबंधन और कार्यान्वयन’ में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
इसके अलावा, अलका ने रांची विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री और हार्वर्ड तथा ड्यूक विश्वविद्यालय, अमेरिका से वित्तीय प्रबंधन पर विशेष पाठ्यक्रम भी किए हैं।
महत्वपूर्ण पद
अलका तिवारी ने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिसमें केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार के रूप में उनकी भूमिका प्रमुख है। उन्होंने जनजाति आयोग के सचिव के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा, गुमला और लोहरदगा के जिलों में जिला कलेक्टर के पद पर कार्यरत रहीं।
उपलब्धियाँ और योगदान
अलका तिवारी को बेदाग ईमानदारी और कार्यकुशलता के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारत सरकार के नीति आयोग में सलाहकार के रूप में कार्य करते हुए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए रणनीति दस्तावेज तैयार किए। उर्वरक कंपनी में सीएमडीके रहते हुए, उन्होंने जिप्सम व्यापार को लाभ में बदलने में सफलता हासिल की।
व्यक्तिगत जीवन
अलका तिवारी के पति, डॉ. डी.के. तिवारी, भी एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं और झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव रह चुके हैं। वर्तमान में, वे राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।
IAS अलका तिवारी की नियुक्ति झारखंड के प्रशासन में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। उनकी ईमानदारी, कार्यकुशलता और अनुभव राज्य के विकास में एक सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।