Thursday , November 14 2024
बुलडोजर एक्शन सुप्रीम कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट बुलडोजर रोक, आरोपी का घर गिराने का अधिकार, सुप्रीम कोर्ट का बुलडोजर पर फैसला, Bulldozer Action Supreme Court, Supreme Court Bulldozer Ban, Property Demolition by Law, Supreme Court Ruling on Bulldozer Action, सुप्रीम कोर्ट का बुलडोजर फैसला, सुप्रीम कोर्ट दिशा निर्देश बुलडोजर एक्शन, घर गिराने के नियम सुप्रीम कोर्ट, Supreme Court Bulldozer Directive, Court Rules on Property Demolition, Legal Guidelines on Bulldozer Action,
बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट सख्त: अफसर नहीं बन सकते जज,बिना 15 दिन नोटिस तोड़ी इमारत तो …..

नई दिल्ली । बुलडोजर एक्शन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा और सख्त फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा कि किसी भी सरकारी अफसर को जज बनने का अधिकार नहीं है। यदि किसी आरोपी या दोषी का मकान गिराना है, तो 15 दिन का नोटिस अनिवार्य है। बिना नोटिस के संपत्ति ध्वस्त करने पर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि अधिकारी को अपने खर्च पर उस इमारत का पुनर्निर्माण कराना होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी नागरिक का घर उसकी सुरक्षा और परिवार के भविष्य की उम्मीद का प्रतीक है। जस्टिस गवई ने कहा, “घर केवल एक संपत्ति नहीं, बल्कि परिवार की सामूहिक उम्मीद का प्रतीक है। कार्यपालिका को मनमाने तरीके से इसे छीनने की अनुमति नहीं दी जा सकती।”

कोर्ट ने निर्देश दिए कि अगर किसी अनाधिकृत निर्माण को गिराने की आवश्यकता हो, तो उसके लिए प्रक्रिया का पालन किया जाए और व्यक्ति को सुनवाई का अवसर दिया जाए। इसके अतिरिक्त, तोड़फोड़ की घटनाओं की पूरी वीडियोग्राफी कराई जाए और इसे सार्वजनिक पोर्टल पर अपलोड किया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

E-Paper

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com