लखनऊ में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले ने एक बार फिर प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। इस घटना को लेकर पुलिस भर्ती बोर्ड के अधिकारियों से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पूछताछ की है।
ईडी ने परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी से जुड़े सभी दस्तावेज तलब किए हैं, जिसमें टेंडर की प्रक्रिया, चयनित कंपनी और इस चयन में शामिल अधिकारियों की सूची भी मांगी गई है।
जानकारी के मुताबिक, एजुटेस्ट नामक कंपनी पहले ही बिहार में ब्लैकलिस्ट हो चुकी है, बावजूद इसके बिना किसी पृष्ठभूमि की जांच के लखनऊ में उसे टेंडर दिया गया। इस मामले में तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों से भी जल्द ही पूछताछ की संभावना है। इसके अलावा, प्रिंटिंग और ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रतिनिधियों से भी पूछताछ की जाएगी।
यह प्रकरण सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता और उचित प्रक्रिया की गंभीरता को दर्शाता है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की जरूरत महसूस की जा रही है।
ईडी द्वारा की गई यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि लखनऊ सिपाही भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।