“इटावा जिला कारागार में बंद 72 वर्षीय कैदी सुरेश की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। जानिए पूरी खबर।”
इटावा: इटावा जिला कारागार में बंद कैदी सुरेश (72) की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए PGI रेफर किया गया था। वहां इलाज के दौरान सुरेश की मौत हो गई। जेल प्रशासन के अनुसार सुरेश कई दिनों से बीमार चल रहा था और समय पर इलाज मुहैया कराने की कोशिश की गई थी।
परिजनों का आरोप:
सुरेश की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि सुरेश को समय पर उचित इलाज नहीं दिया गया, जिसके कारण उनकी मौत हुई।
जांच के आदेश:
मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने बताया कि सुरेश को जेल में रहते हुए नियमित रूप से मेडिकल चेकअप की सुविधा दी जा रही थी।
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कैदी की पृष्ठभूमि:
सुरेश पर हत्या के मामले में सजा सुनाई गई थी और वह पिछले पांच साल से इटावा जेल में बंद था।
PGI का बयान:
PGI के डॉक्टरों का कहना है कि सुरेश की हालत बेहद गंभीर थी। उन्हें लिवर और दिल से संबंधित गंभीर समस्याएं थीं। मौत का असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा।