रायबरेली। जिले में अपराध पर नकेल कसने के लिए रायबरेली पुलिस ने 3 अपराधी गिरफ्तार किए। यह कार्रवाई एसओजी, सर्विलांस टीम और थाना लालगंज पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में की गई। गिरफ्तारी उस समय हुई जब लालगंज फतेहपुर रोड पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग चल रही थी।
एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अम्बारा-पश्चिम मोड़ के पास रात 24/25 अप्रैल को अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीनों आरोपी—दीपक कश्यप, अंकित उर्फ पवन और आदित्य वर्मा को घेर लिया गया।
आदित्य वर्मा ने भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की, जिससे आदित्य के पैर में गोली लग गई। घायल अपराधी को जिला अस्पताल रायबरेली में भर्ती कराया गया है।
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तीनों अपराधी लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे पिछले डेढ़ दशक से सक्रिय अपराधी हैं। वर्ष 2010 में दीपक और आदित्य ने प्रयागराज में एक सर्राफा व्यापारी से 7.5 किलो सोना लूटा था।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान निम्न प्रकार से हुई है:
- आदित्य वर्मा पुत्र चंद्र किशोर वर्मा, निवासी मिलिट्री कैंप कॉलोनी, थाना जूही, कानपुर नगर।
- दीपक कश्यप उर्फ राजेश उर्फ मोनू, पुत्र नवल किशोर, निवासी मदनपुर पतरका, थाना पनकी, कानपुर नगर।
- अंकित कश्यप उर्फ पवन, पुत्र किशोरीलाल, निवासी एफ-ब्लॉक-10, पंकबहादुर नगर, थाना पनकी, कानपुर नगर।
पुलिस ने इन अपराधियों के पास से लूट का माल और अवैध हथियार भी बरामद किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक इन पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
यह कार्रवाई रायबरेली पुलिस की सतर्कता और सक्रियता का प्रमाण है, जिसने तीन कुख्यात अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।