नई दिल्ली। भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का पुनर्गठन किया है। इसमें पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) प्रमुख आलोक जोशी को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बोर्ड में कुल सात सदस्य शामिल हैं, जिनमें से अधिकांश सेवानिवृत्त सैन्य और पुलिस अधिकारी हैं।
बोर्ड के अन्य सदस्यों में पूर्व पश्चिमी एयर कमांडर एयर मार्शल पी.एम. सिन्हा, पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. सिंह, और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह, जो भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हैं, भी बोर्ड का हिस्सा हैं। बोर्ड में सातवें सदस्य के रूप में बी. वेंकटेश वर्मा, जो सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी हैं, को शामिल किया गया है।
Read it also : पहेलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को लखनऊ विश्वविद्यालय देगा मुफ्त शिक्षा
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का गठन पहली बार दिसंबर 1998 में किया गया था, जिसका उद्देश्य सरकार को दीर्घकालिक सुरक्षा रणनीतियों पर सलाह देना है। बोर्ड में आमतौर पर सेवानिवृत्त वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद् और नागरिक समाज के प्रतिष्ठित सदस्य शामिल होते हैं, जो आंतरिक और बाह्य सुरक्षा, विदेश नीति, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा आर्थिक मामलों में विशेषज्ञता रखते हैं।
नवगठित बोर्ड, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) को विभिन्न सुरक्षा नीतियों के निर्माण और लक्ष्यों पर सलाह देगा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) को चल रहे विकास पर रिपोर्ट करेगा। बोर्ड के तहत दो सहायक निकाय भी कार्यरत हैं: राष्ट्रीय सूचना बोर्ड (NIB) और प्रौद्योगिकी समन्वय समूह (TCG)।
पूर्व RAW प्रमुख आलोक जोशी, जो लखनऊ से हैं, ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और 1976 में हरियाणा कैडर से भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए थे। उन्होंने 2012 से 2014 तक RAW के प्रमुख के रूप में कार्य किया।