वाराणसी। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में धार्मिक विवादों का नया मामला सामने आया है, जहां शिव और गणेश मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। आज सुबह सनातन रक्षक दल ने 11 मंदिरों से मूर्तियों को हटाकर बाहर रख दिया। बताया जा रहा है कि इस अभियान के तहत अब तक बड़ी गणेश और पुरुषोत्तम मंदिर से साईं की मूर्तियां हटा दी गई हैं, जबकि 100 और मंदिरों से मूर्तियां हटाने का कार्य अभी जारी है।
अभियान का आगाज़
इस विवादास्पद अभियान का आगाज़ शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा किया गया था। उनका मानना था कि साईं बाबा की मूर्तियों को शिव और गणेश मंदिरों से नहीं होना चाहिए, और इस मुद्दे पर उन्होंने अपनी राय व्यक्त की थी। इसके बाद सनातन रक्षक दल ने इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए कई मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाने का निर्णय लिया।
सनातन रक्षक दल ने घोषणा की है कि वह इस अभियान को जारी रखेगा और भविष्य में और भी मंदिरों से साईं की मूर्तियां हटाने की योजना बना रहा है। संगठन के सदस्यों का कहना है कि उनका उद्देश्य हिंदू धर्म के मूल प्रतीकों और मान्यताओं की रक्षा करना है।
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वाराणसी में चल रहा यह अभियान धार्मिक भावनाओं को उत्तेजित कर सकता है और इसकी प्रतिक्रिया से सामाजिक समरसता पर असर पड़ सकता है। इस मामले की गहनता को देखते हुए, प्रशासन को इस मुद्दे पर स्थिति को संभालने की आवश्यकता है ताकि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। आगे की घटनाओं पर नजर रखना आवश्यक होगा, क्योंकि यह मुद्दा अब केवल स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बनता जा रहा है।
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