लखनऊ। लोकसभा में आरक्षण बिल को पास न कराये जाने के विरोध में आरक्षण समर्थकों ने आरपार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है।
इसके तहत आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति की प्रान्तीय कार्य समिति की गुरूवार को बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें 117वां पदोन्नति में आरक्षण संवैधानिक बिल पर 30 सदस्यीय लोकसभा की संसदीय कमेटी की प्रबल संस्तुति के बाद भी वर्तमान शीतकालीन सत्र में बिल को पास न किये जाने के विरोध में आरक्षण समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।
संघर्ष समिति ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि 3 जनवरी, 2017 को देश की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की जयन्ती के अवसर पर प्रदेश के आरक्षण समर्थकों का एक विशाल सम्मेलन बुलाया गया है। जयन्ती के पर मिशन 2017 के तहत प्रदेश में भाजपा का सूपड़ा साफ कर आरक्षण समर्थक सरकार बनाने के लिये आरक्षण समर्थक वोटरों के बीच जागरूकता अभियान 3 जनवरी से पूरे प्रदेश में शुरू करेंगे।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि संसद का सत्र समाप्त होने में मात्र 1 दिन शेष है और अभी तक केन्द्र की मोदी सरकार ने बिल पर कोई भी बात नहीं की, जिसके विरोध में संघर्ष समिति के आहवान पर 3 जनवरी से पूरे प्रदेश में आरक्षण समर्थक वोटरों के बीच अलग-अलग टोलियां बनाकर समिति के लोग गांव-गांव समर्थकों को जागरूक कर उन्हें यह बतायेंगे कि किस प्रकार से पिछले दो वर्षो से ज्यादा बीत जाने के बाद भी केन्द्र की मोदी सरकार ने बाबा साहब की संवैधानिक व्यवस्था पदोन्नति बिल को नहीं पास होने दिया, जिसकी वजह से पूरे देश में दलित समाज को अपमान का घूंट पीना पड़ा।