गुवाहाटी। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) की रेलवे सुरक्षा बल (रेसुब) ने विभिन्न ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर 16 से 31 अगस्त तक चलाए गए एक अभियान के दौरान 44 नाबालिगों और तीन महिलाओं का उद्धार किया।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने रविवार को बताया है कि जनवरी से जुलाई माह की अवधि के दौरान सरकारी रेल पुलिस (जीआरपी) और चाइल्ड लाइन एवं गैर सरकारी संगठनों के समन्वय से रेसुब ने 456 नाबालिगों और 42 महिलाओं का उद्धार किया गया। इन बच्चों तथा महिलाओं को संबंधित चाइल्ड लाइन एवं एनजीओ और जीआरपी को सौंप दिया गया। साथ ही इसी अवधि के दौरान कुल आठ मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया।
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उन्होंने बताया है कि गत 16 अगस्त की एक घटना में किशनगंज रेसुब की टीम ने भागे हुए तीन नाबालिग लड़कों को किशनगंज रेलवे स्टेशन से उद्धार किया। 24 अगस्त को डिब्रूगढ़ रेसुब की टीम ने भागे हुए चार नाबालिग लड़कों को डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन से उद्धार किया। बाद में इन उद्धार किए गए नाबालिगों को सुरक्षित अभिरक्षा के लिए क्रमशः चाइल्ड हेल्पलाइन, किशनगंज और डिब्रूगढ़ को सौंप दिया गया।
उन्होंने बताया कि ट्रेनों और रेल परिसरों में देखभाल और संरक्षण के लिए उपाय किए जा रहे हैं। रेल यात्रियों की सुरक्षा में अपराधियों के खिलाफ, मानव तस्कर में संलिप्त संदिग्ध व्यक्तियों के प्रति सतर्क रहने के साथ-साथ बच्चों की संदिग्ध तरीके से आवाजाही, बिना अभिभावक के अकेले यात्रा करने आदि मामलों पर रेलवे सुरक्षा बल अनवरत कार्रवाई करती है।
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