“संभल हिंसा में मारे गए व्यक्तियों के परिजनों को समाजवादी पार्टी द्वारा 5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया गया। यूपी सरकार से मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर को हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने कहा है कि वह हिंसा में मारे गए प्रत्येक मृतक के परिवार को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। साथ ही, सपा ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दे।
सपा का ऐलान:
सपा ने इस घोषणा को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर साझा किया, जिसमें पार्टी ने हिंसा के लिए यूपी सरकार और प्रशासन की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया है। सपा ने यह भी कहा कि सरकार को मृतकों के परिजनों की आर्थिक मदद करनी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
शांति व्यवस्था के लिए प्रशासन की कड़ी कार्रवाई:
संभल में हिंसा के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस प्रतिबंध के तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि को जिले में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी, और साइबर कैफे में ग्राहकों के नाम का रजिस्टर रखा जाएगा।
सपा सांसद की यात्रा पर रोक:
मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेन्द्र मलिक को गाजियाबाद से संभल जाने से रोक दिया गया। मलिक ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा, “हम विपक्षी नेता और सांसद हैं, हमें क्यों रोका जा रहा है? क्या हमें राज्य में घूमने का अधिकार नहीं है?”
निषेधाज्ञा और बढ़ी अवधि:
संभल में प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा की अवधि को बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दी है। जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसीया ने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के जिले में प्रवेश नहीं कर सकेगा, और सार्वजनिक स्थलों पर किसी प्रकार की प्रदर्शन या पुतला दहन की अनुमति नहीं होगी।
यह भी पढ़ें : यूपी और उत्तराखंड में मायावती का ये बड़ा कदम, विस्तार से जानें…