“लखनऊ स्थित SGPGI कैंपस में दो सरकारी आवासों का ताला तोड़कर चोरों ने लाखों रुपए के जेवरात और कीमती सामान चोरी कर लिया। सुरक्षा के बावजूद हुई इस वारदात ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।”
लखनऊ। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में सुरक्षा के तमाम इंतजामों के बावजूद चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। संस्थान के टाइप-3 आवासीय क्षेत्र में दो सरकारी क्वार्टरों का ताला तोड़कर चोर लाखों के जेवरात और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गए।
घटना का विवरण
पीजीआई इंस्पेक्टर रवि शंकर त्रिपाठी के अनुसार, डॉक्टर अरविंद सिंह और विवेक जॉन के घरों को निशाना बनाया गया। घटना के समय दोनों परिवार घर से बाहर थे। डॉक्टर अरविंद सिंह के मुताबिक, वे प्रयागराज अपनी बहन से मिलने गए थे। लौटने पर उन्होंने देखा कि उनका घर पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। चोरों ने एक मंगलसूत्र, दो सोने की चेन, एक जोड़ी टॉप्स, मांग टीका, सोने की नथ, चार अंगूठियां, कड़े और अन्य कीमती सामान चुरा लिया।
सुरक्षा पर सवाल
सूत्रों का कहना है कि SGPGI कैंपस में लगे कई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। ऐसे में चोरों को वारदात को अंजाम देने में आसानी हुई।
पुलिस और फोरेंसिक जांच
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। डॉक्टर अरविंद की तहरीर पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सुरक्षा गार्ड और कैमरों की भूमिका पर उठे सवाल
SGPGI जैसे बड़े संस्थान में सैकड़ों सुरक्षा गार्ड तैनात हैं, लेकिन वारदात ने सुरक्षा प्रबंधन की पोल खोल दी है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था को पुनर्गठित करने की बात कही है।
देश-दुनिया से जुड़े राजनीतिक और सामयिक घटनाक्रम की विस्तृत और सटीक जानकारी के लिए जुड़े रहें विश्ववार्ता के साथ। ताज़ा खबरों, चुनावी बयानबाज़ी और विशेष रिपोर्ट्स के लिए हमारे साथ बने रहें।
विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल