“सुल्तानपुर में खाद की कमी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और कोतवाल के बीच विवाद हुआ। धक्का-मुक्की और आरोप-प्रत्यारोप के बाद प्रशासन ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।”
सुल्तानपुर। बुधवार को सुल्तानपुर में खाद की कमी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नगर कोतवाल के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। कांग्रेस नेता डीएपी और अन्य खाद की किल्लत को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। जब पुलिस ने उन्हें कलेक्ट्रेट का गेट बंद होने के कारण अंदर जाने से रोका, तब विवाद और धक्का-मुक्की की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इस दौरान, कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि नगर कोतवाल नारद मुनि सिंह ने जिला उपाध्यक्ष तेज बहादुर पाठक का कॉलर पकड़कर उन्हें खींचा, जिससे उनका कुर्ता फट गया। वहीं, राष्ट्रीय मीडिया कोऑर्डिनेटर राजेश तिवारी का कहना है कि कोतवाल ने उनके चेहरे पर मुक्का मारा, जिससे उनका होंठ फट गया।
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घटना का कारण:
हालात काबू से बाहर होते देख कोतवाल नारद मुनि सिंह ने कैमरे के सामने ही अपनी वर्दी फाड़ दी और कहा कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं। इस दौरान एसडीएम सदर विपिन द्विवेदी, सिटी मजिस्ट्रेट ठाकुर प्रसाद, और सीओ सिटी प्रशांत सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद, लगभग दो घंटे तक चले धरने को समाप्त किया गया।
कांग्रेस कार्यकर्ता खाद की कमी से जूझ रहे किसानों की समस्या पर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। उनका कहना है कि किसानों को डीएपी और अन्य आवश्यक खाद्य पदार्थ प्राप्त करने के लिए लंबी कतारों में घंटों खड़ा रहना पड़ता है, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिलती।
जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में 20-25 कांग्रेस कार्यकर्ता पोस्टर और बैनर लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने पहुंचे थे।
अधिकारियों का बयान:
घटना के बाद अधिकारियों ने कांग्रेस नेताओं को आश्वासन दिया कि खाद की समस्या के समाधान के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की और जल्द से जल्द खाद आपूर्ति व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया।
घटनाक्रम के तथ्य:
- प्रदर्शन का कारण: डीएपी और अन्य खाद की कमी।
- प्रदर्शनकारी: कांग्रेस जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में 20-25 कार्यकर्ता।
- स्थिति: कोतवाल और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और आरोप-प्रत्यारोप।
- प्रशासन की प्रतिक्रिया: अधिकारियों द्वारा शांतिपूर्ण समाधान के आश्वासन पर धरना समाप्त।
- अंतिम परिणाम: खाद की समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन से उचित कार्रवाई का आश्वासन।
सुल्तानपुर में खाद की कमी ने एक गंभीर समस्या का रूप ले लिया है, जिसे लेकर किसानों और नेताओं में आक्रोश है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि किसानों को राहत मिल सके।
रिपोर्ट: मनोज शुक्ल
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