लखनऊ। एम्बुलेंस की लेटलतीफी ने प्रसूता की जान ले ली। आशा बहू नीलम एम्बुलेंस के लिए फोन करती रही, लेकिन काफी देर बाद भी एम्बुलेन्स मौके पर नहीं पहुंची।
परिजनों ने आनन-फानन में टेम्पो से प्रसूता को बीकेटी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया । जहां उसकी प्रसव से पहले मौत हो गई।
सीएमओ बोले मामले की होगी जांच-
कठवारा गांव निवासी प्रसूता मीरा को तेज प्रसव पीड़ा होने पर पति अमरपाल गौतम ने जल्द से जल्द आशा बहू नीलम को बुलाया।
जहां आशा बहू ने काफी देर तक 102 नंबर को फोन किया। नीलम ने मरीज की स्थिति की जानकारी भी 102 कंट्रोल रूम में दी। इसके बाद भी एम्बुलेंस मौके पर नहीं आई।
इसके बाद परिजनों ने प्रसूता को बाइक से अस्पताल ले जाने की कोशिश शुरू की, लेकिन पीड़ा बढ़ने पर परिजन प्रसूता को टैम्पो से बीकेटी के सीएचसी ले गए।
पति का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टरों ने गर्भवती को देखने में आनाकानी की। गंभीर हालत बताते हुए डॉक्टर ने गर्भवती को क्वीन मेरी व डफरिन अस्पताल में ले जाने का कहा।
इससे पहले परिजन प्रसूता को क्वीन मेरी व डफरिन अस्पताल लाते कि प्रसूता ने दम तोड़ दिया। वही दूसरी ओर डॉक्टर का कहना है कि प्रसूता की मौत खून की कमी के कारण हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसएनएस यादव ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। किस कारण एम्बुलेंस नहीं आई इसकी भी पड़ताल की जाएगी। उन्होंने बताया कि परिजनों की ओर से इलाज में लापरवाही की कोई शिकायत नहीं आई है, लेकिन जांच की जाएगी।
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