मुंबई। भारत के टेलिकॉम सेक्टर में जियो की लॉन्चिंग के बाद से ही कीमतों को लेकर जंग जारी है।
जियों की फ्री सेवा का लाभ लेने के लिए दूसरी कंपनियों के ग्राहकों की संख्या तेजी से घट रही है जिसके कारण अन्य कंपनियों को अपने डाटा प्लान समेंत अन्य सेवा में कमी कर अपने- अपने ग्राहकों को रोकने के प्रयास जारी है।
इस बीच बैंकिंग ऐंड फाइनैंशल सर्विसेज कंपनी जेपी मॉर्गन ने अपने विश्लेषण में कहा है कि फिलहाल मुफ्त में 4जी सर्विस उपलब्ध करा रहे रिलायंस जियो के ग्राहक इस वित्तीय वर्ष के अंत तक दोगुने हो सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बीते कुछ महीनों में रिलायंस जियो को बड़ी संख्या में सबस्क्राइबर मिले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बीते कुछ महीनों में रिलायंस जियो को बड़ी संख्या में सबस्क्राइबर मिले हैं। यही नहीं दूसरे टेलिकॉम नेटवर्क्स पर डेटा का इस्तेमाल भी प्रभावित हुआ है। जियो के ऑफर के चलते दूसरी टेलिकॉम कंपनियों ने भी अपने रेट्स में कमी की है।’
जेपी मॉर्गन के अनुसार, ‘जियो की फ्री स्कीम सितंबर, 2016 में लॉन्च की गई थी और इसे मार्च 2017 तक बढ़ा दिया गया है। स्कीम लॉन्च करने के बाद से दिसंबर अंत तक जियो के ग्राहकों की संख्या 5 करोड़ 20 लाख तक पहुंच गई। माना जा रहा है कि मार्च, 2017 तक यह आंकड़ा 10 करोड़ तक पहुंचेगा। कंपनी इसके बाद डेटा और कॉल्स पर चार्ज वसूलना शुरू करेगी।’
टैरिफ्स को लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो ने टैरिफ प्लान लॉन्च किया है, जिसके लिए ग्राहकों पर चार्ज नहीं लग रहा है। हालांकि इस बात को लेकर कुछ लोग चिंतित हैं कि अप्रैल, 2017 से इन्हें अजस्ट किया जाएगा।
जेपी मॉर्गन ने कहा कि जियो को प्रति जीबी डेटा कीमत बढ़ाने की बजाय प्रति यूजर औसत रेवेन्यू बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, ‘प्रतिस्पर्धी कंपनियों ने टैरिफ प्लान में कटौती की है। लेकिन यह देखना होगा कि अप्रैल में जियो की ओर से क्या रणनीति अपनाई जाती है।
जेपी मॉर्गन के अनुसार अप्रैल में जियो की रणनीति इस पर निर्भर करेगी कि कितने ग्राहक उसे छोड़कर दूसरी कंपनियों में स्विच करते हैं और कितने बने रहते हैं और वह प्रति यूजर कितना रेवेन्यू जुटा पाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘रिलायंस इंडस्ट्रीज की मजबूत वित्तीय स्थिति के चलते जियो लंबे समय तक प्राइस वॉर में बना रह सकता है। ज्यादातर प्रतिस्पर्धी कंपनियों के लिए मार्केट शेयर मायने रखता है और कीमतों में कमी के जरिए रिलायंस जियो ने बढ़त हासिल की है।’